मध्य प्रदेश के खंडवा जिले की धार्मिक तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर स्थित ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर परिसर में एक मिठाई दुकान से बड़ी मात्रा में मावे के पेड़े और मिल्क केक जब्त किया गया है. दरअसल, इसको लेकर जिला कलेक्टर को अमानक खाद्य सामग्री बेचे जाने की शिकायत मिल रही थी, जिसके बाद बुधवार देर शाम जिला प्रशासन की टीम ने अचानक छापा मारा. इस दौरान दुकान से लाखों रुपये का नकली मावा पेड़ा और मिल्क केक पकड़ा है.
इसके साथ ही यह दुकान बगैर किसी लाइसेंस के संचालित हो रही थी. साथ ही खाद्य सामग्री के सैंपल लेकर दुकान को भी सील कर दिया है. वहीं, अब करीब 20 से 25 दिनों में इसके सैंपल की रिपोर्ट के आने के बाद जुर्माना और आपराधिक मामला दर्ज करने की कार्रवाई की जाएगी.
ओंकार पेड़ा भंडार दुकान पर मारा छापा
जानकारी के अनुसार, ओंकारेश्वर मंदिर प्रांगण स्थित दुकान नंबर-2 में ओंकार पेड़ा भंडार दुकान संचालित हो रही थी, जिसके विक्रेता समाधान पिता दत्तात्रय धस और दुकान मालिक नायनेश्वर मोहिते पिता आत्माराम मोहिते हैं. दोनों महाराष्ट्र के रहने वाले हैं. इनकी दुकान से कलेक्टर को मिलावटी मावा पेड़े और मिल्क केक बेचने की जानकारी मिली थी. इसके बाद कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने पुनासा एसडीएम पंकज वर्मा और मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजीव कुमार मिश्रा को जांच कर कार्यवाही के निर्देश दिए.
केमिकल और रवा से महाराष्ट्र में बनते थे पेड़े
शुरुआती जांच में पता चला कि दुकानदार पेड़े मावा से नहीं बना रहा था, बल्कि पेड़े रासायनिक केमिकल और रवा मिलाकर बनाए जा रहे थे और मावा पेड़ा लिखकर बेचा जा रहा था. खाद्य सुरक्षा अधिकारी मिश्रा ने बताया कि नायनेश्वर मोहिते महाराष्ट्र से सामान बनाकर लाता था, जहां वह दुकान पर मावा पेड़ा और मिल्क केक बताकर बेचकर बेच रहा था. इससे वह श्रद्धालुओं को ठगकर मोटा मुनाफा कमा रहा था. खाद्य विभाग की टीम ने पेड़े और केक के सैंपल लेने के साथ ही पूरा माल भी जब्त कर लिया है.
जब्त किए सामान की कीमत
जब्त किया गए सामान में 300 किलो मावा पेड़ा है. इसकी कीमत 1 लाख 20 हजार रुपये है. वहीं, 334.50 किलो मिल्क केक (1 लाख 33 हजार 800 रुपये) जब्त किया है. साथ ही दुकान को बिना लाइसेंस के संचालित किया जा रहा था, जिसके चलते दुकान आगामी आदेश तक सील बंद कर दिया है.