Pitambara Shakti Peeth: दतिया में पितांबरा शक्ति पीठ के मुख्य द्वार पर आठ खंभे गिरे, विस्फोट जैसी आवाज सुनाई दी

Pitambara Shakti Peeth Datia Madhya Pradesh: दतिया के पितांबरा शक्ति पीठ के मुख्य द्वार पर आठ निर्माणाधीन स्तंभ गिर गए. घटना संध्याभजन के समय हुई, लेकिन किसी के घायल होने की सूचना नहीं है. मंदिर प्रबंधन ने स्थिति को नियंत्रित कर लिया है और गिरे हुए मलबे को हटाने का काम शुरू कर दिया है. सुरक्षा बढ़ा दी गई है और जांच जारी है.

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Pitambara Shakti Peeth Datia Madhya Pradesh: मध्‍य प्रदेश के दतिया जिले के प्रसिद्ध पितांबरा शक्ति पीठ के मुख्य प्रवेश द्वार पर अचानक निर्माणाधीन आठ स्तंभ गिरने की घटना से मंदिर परिसर में अफरातफरी मच गई. बताया जा रहा है कि यह घटना बुधवार रात 8:30 बजे से 9:00 बजे के बीच हुई, जब मंदिर में संध्याभजन चल रहा था और कई भक्त दर्शन कर रहे थे. गिरते समय स्तंभों से जोरदार विस्फोट जैसी आवाज सुनाई दी, जिसने आसपास मौजूद लोगों को डराकर अस्थायी रूप से भगदड़ मचा दी.

मौके पर मंदिर प्रबंधन के अधिकारी तुरंत पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. अधिकारियों ने बताया कि यह कोई बड़ा हादसा नहीं था और किसी के घायल होने की सूचना नहीं है. फिलहाल, स्थिति सामान्य है और मंदिर में प्रार्थना और दर्शन क्रमशः जारी हैं. 

मंदिर के मुख्य द्वार का निर्माण कार्य पिछले कई महीनों से चल रहा है. यह संरचना मिनी-कॉरिडोर शैली में बनाई जा रही है. निर्माण के लिए राजस्थान से 12 प्री-फैब्रिकेटेड लाल पत्थर के स्तंभ मंदिर परिसर में लाए गए थे. घटना के समय जिन आठ स्तंभों का निर्माण चल रहा था, वे गिर गए. 

स्थानीय लोगों और भक्तों ने इस घटना के बाद निर्माण कार्य की गुणवत्ता और सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए हैं. मंदिर प्रबंधन ने कहा कि दुर्घटना के सटीक कारण का पता जांच के बाद ही चलेगा. उन्होंने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है और गिरे हुए मलबे को हटाने का काम शुरू कर दिया गया है.

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मंदिर अधिकारियों का कहना है कि यह हादसा दुर्भाग्यपूर्ण था, लेकिन किसी भी व्यक्ति को चोट नहीं आई. उन्होंने भक्तों से शांति बनाए रखने और मंदिर में आने-जाने में कोई भय न महसूस करने का आग्रह किया. मंदिर परिसर में सुरक्षा कर्मियों की मौजूदगी बढ़ा दी गई है, ताकि भविष्य में ऐसी किसी अप्रत्याशित घटना से निपटा जा सके.

इस घटना ने मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं में चिंता पैदा कर दी है, लेकिन प्रबंधन द्वारा किए गए त्वरित कदमों से स्थिति नियंत्रित हो गई है. जांच के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि स्तंभ गिरने की वजह निर्माण सामग्री की कमी, तकनीकी गलती या अन्य कोई कारण था.

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