Madhya Pradesh News: मध्यप्रदेश के धार जिले के नालछा थाना क्षेत्र के ग्राम बिलोदिया में रहने वाली महिला पिंकी पति सुरेश की संदिग्ध मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. महिला का इलाज जिस निजी अस्पताल KSS हॉस्पिटल (धार) में किया गया था, उस अस्पताल को विभाग ने 7 दिनों के लिए सील कर दिया है.
जानकारी के अनुसार पिंकी को डिलीवरी के लिए जिला अस्पताल लाया गया था, जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे इंदौर रेफर किया. लेकिन परिजनों ने उसे इंदौर ले जाने के बजाय धार के KSS हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया.
वहीं महिला ने एक बच्चे को जन्म तो दिया, लेकिन कुछ घंटों बाद ही उसकी मौत हो गई. परिजनों ने अस्पताल पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला की मौत का कारण सिकल सेल बीमारी बताया गया है.महिला के बाद नवजात शिशु की भी मौत हो गई. इस दर्दनाक हादसे ने पूरे परिवार को तोड़कर रख दिया.
धरने के दौरान मृतका की छोटी बेटी, अपनी दादी की गोद में बैठकर मां की तस्वीर को देखती रही. यह दृश्य हर किसी को भावुक कर गया.
इधर, जिला स्वास्थ्य अधिकारी की जांच में अस्पताल में कई अनियमितताएं पाई गईं, जिसके बाद अस्पताल का लाइसेंस सात दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मरीजों और कर्मचारियों को बाहर निकालकर अस्पताल को ताला बंद कर दिया.
संचालक ने दी धमकी
कार्यवाही के दौरान अस्पताल संचालक का सब्र टूट गया. वह रोने लगे और आत्महत्या की धमकी देने लगे. संचालक ने आरोप लगाया कि परिजन ब्लैकमेलिंग और झूठे केस में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं. उनकी पत्नी ने भी अफसरों के सामने रोते हुए कहा...हम निर्दोष हैं, लेकिन हमें बदनाम किया जा रहा है... अब जीने की ताकत नहीं बची. यह पूरा घटनाक्रम अब जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है. जहां एक ओर स्वास्थ्य विभाग की तत्परता दिखी, वहीं दूसरी ओर मानव संवेदना और न्याय की पुकार भी उठी.
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