Abar Mata Mandir: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के छतरपुर (Chhatarpur) जिले के बड़ामलहरा विकासखंड के अंतर्गत प्रसिद्ध अबार माता मंदिर (Abar Mata Mandir) में दर्शन करने आए श्रद्धालुओं के साथ दुकानदारों द्वारा बेरहमी से मारपीट का मामला सामने आया है. प्रसाद न खरीदने और पानी लेने जैसी छोटी सी बात पर दुकानदारों ने श्रद्धालुओं पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया, जिसमें महिलाएं और लड़कियां भी घायल हुई हैं. पीड़ितों ने बताया कि मंदिर परिसर में एक दुकानदार उन पर प्रसाद खरीदने का दबाव बना रहा था. जब उन्होंने प्रसाद खरीदने से मना कर दिया, तो बात बढ़ गई. देखते ही देखते आसपास के दुकानदार भी जमा हो गए और महिलाओं सहित पूरे परिवार के साथ मारपीट शुरू कर दी. यह भी बताया गया कि दर्शनार्थियों ने एक दुकानदार के मटके से थोड़ा पानी ले लिया था, जिसपर दुकानदार ने प्रसाद खरीदने का दबाव डाला और फिर विवाद बढ़ गया.
क्या है अबार माता मंदिर मारपीट की घटना का पूरा मामला?
यह चौंकाने वाली घटना बमनौरा थाना क्षेत्र की चौकी रामटौरिया स्थित अबार माता देवी मंदिर की है. धर्मपुरा निवासी गुड्डी लोधी (55), मानकुंवर लोधी (35), इंद्रा लोधी (60, विकलांग), रूपेश लोधी और पवन लोधी अपने परिवार के साथ शाम करीब 4 बजे मंदिर दर्शन के लिए आए थे. तभी वहां के एक दुकानदार ने उनके ऊपर प्रसाद खरीदने का दबाव बनाया. जब परिवार ने इससे इंकार किया, तो विवाद बढ़ गया. आसपास के दुकानदार भी आ गए और परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट शुरू कर दी.
पुलिस ने लिया एक्शन
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की. चौकी प्रभारी दौलत सिंह गौंड के अनुसार, दर्शनार्थियों की शिकायत पर अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया. पुलिस ने नामजद लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है. मारपीट में घायल हुए महिला, पुरुष और लड़कियों को अस्पताल पहुंचाया गया है. घटना के समय मंदिर परिसर में पुलिस की कोई तैनाती नहीं थी, जिससे दबंग दुकानदारों को अपने मनमानी करने का मौका मिला.
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सबसे गंभीर बात यह है कि शौचालयों पर भी दुकानदारों ने अपने ताले लगा रखे हैं, जिससे आमजन खुले में शौच जाने को मजबूर हैं. सरकारी खर्च पर लाखों की लागत से लगाई गई सौर ऊर्जा प्रणाली और पानी की मोटरें, जो श्रद्धालुओं के पीने और नहाने के उद्देश्य से लगाई गई थीं, उन्हें भी दुकानदार अपनी जरूरत के हिसाब से ही चलाते हैं. धर्मशालाओं की लाइटें भी स्थानीय लोगों द्वारा काट दी जाती हैं.
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