बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में गुप्त तरीके से हाथी का शव दफनाने के मामले में जांच की मांग, पनपथा रेंज में मिला था कंकाल

Elephant Hunt And Death Case: वाक्या दो साल पहले का है जब मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में कथित तौर पर नियमों का पालन किए बिना एक हाथी के शव को जल्दबाजी में दफना दिया गया था. हाथी का कंकाल जलाने और गुप्त रुप से अस्थियों को दफनाने का एक वीडियो भी वायरल हुआ था.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
फाइल फोटो
भोपाल:

Elephant Skelton Viral Video: सोमवार को जब मध्य प्रदेश में विश्व हाथी दिवस सेलिब्रेट किया जा रहा था. तब एक वन्यजीव कार्यकर्ता ने राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) और अन्य को एक ईमेल भेजकर दो साल पहले बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में एक हाथी को गुपचुप तरीके से दफनाने के मामले में कार्रवाई की मांग कर हड़कंप मचा दिया.

वाक्या दो साल पहले का है जब मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में कथित तौर पर नियमों का पालन किए बिना एक हाथी के शव को जल्दबाजी में दफना दिया गया था. हाथी का कंकाल जलाने और गुप्त रुप से अस्थियों को दफनाने का एक वीडियो भी वायरल हुआ था.

हाथी को गुप्त दफनाने के मामले वन्यजीव कार्यकर्ता ने की जांच की मांग

एनटीसीए के सदस्य सचिव गोविंद सागर भारद्वाज और अन्य को भेजे गए ईमेल में वन्यजीव कार्यकर्ता अजय दुबे ने कथित तौर पर घटना में शामिल मध्य प्रदेश वन विभाग के शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. मामले पर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उप क्षेत्र निदेशक ने बताया कि मामले की सुनवाई सतना जिले की एक अदालत में हो रही है.

मामले में दो अधिकारी निलंबित और बर्खास्त हो चुके हैं तीन संविदा कर्मी

रिपोर्ट के मुताबिक दो साल पुराना मामला इस साल 12 जुलाई को फिर से सामने आया, जब रेंज अधिकारी शील सिंधु श्रीवास्तव और वन रक्षक कमला प्रसाद कोल और पुष्पेंद्रनाथ मिश्रा को निलंबित कर दिया गया, जबकि तीन संविदा कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया.

हाथी के कंकाल को जलाकर अवशेषों को गड्ढों में दबाने का आरोप

मध्य प्रदेश टाइगर टास्क फोर्स के एक अधिकारी के अनुसार, आरोपियों ने हाथी के कंकाल को दो से तीन दिनों तक जलाया और उसके बाद उसके अवशेषों को तीन से चार गड्ढों में दबा दिया. उक्त घटना पहली बार तब सामने आई जब कंकाल को जलाए जाने की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर सामने आई, जिसके बाद दुबे ने पिछले साल शिकायत दर्ज कराई.

Advertisement
अभी हाल में एनडीटीवी की टीम ने बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पिछले 3 वर्ष में कुल 34 बाघों की मौत की जांच में चौंकाने वाली लापरवाही का खुलासा किया था. वन मुख्यालय ने बाघों की मौत को लेकर कई अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.

आरोपियों द्वारा जलाए जा रहे हैं हाथियों को शिकार करने के सबूत

अपनी शिकायत में दुबे ने दावा किया कि 'आपराधिक लापरवाही, गश्त की कमी के कारण हाथियों का शिकार किया जा रहा था और सबूत जलाए जा रहे हैं. पिछले साल मई में एक जांच रिपोर्ट के अनुसार, एक स्थानीय निवासी को 24 नवंबर, 2022 को पनपथा रेंज में हाथी का कंकाल मिला था.

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 3 सालों में 34 बाघों की मौत पर उठे सवाल

गौरतलब है अभी हाल में एनडीटीवी की टीम ने बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पिछले 3 वर्ष में कुल 34 बाघों की मौत की जांच में चौंकाने वाली लापरवाही का खुलासा किया था. एनडीटीवी की रिपोर्ट के एक हफ्ते बाद ही वन मुख्यालय ने मामले में कई अधिकारियों को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हुई 34 बाघों की मौत को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किया है.

Advertisement

ये भी पढ़ें-NDTV की खबर का असर, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघों की मौत के मामले में कई अधिकारियों को नोटिस