Madhya Pradesh में क्राइम का ग्राफ... पुलिस मुख्यालय ने की समीक्षा, बीते सात महीनों में अपराध में कमी का दावा

Crime in MP: प्रदेश में अपराध के मामलों में लगातार कमी आई है. इसको लेकर पुलिस ने एक डाटा जारी किया है, जिसमें बताया गया है कि गैंग रेप के प्रकरणों में 19.01% की कमी आई है.

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Bhopal News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में हत्या, लूट, चोरी और रेप की खबरों के बीच पुलिस मुख्यालय (Police Headquarter) ने प्रदेश में होने वाले अपराधों की समीक्षा की है. बीते सात महीने के अपराधों की समीक्षा में पुलिस विभाग (MP Police Department) ने जारी आंकड़ों के मुताबिक दावा किया है कि प्रदेश में अपराधों में लगातार कमी आई है. राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो, यानी SCRB ने साल 2023 और 2024 के 1 जनवरी से 31 जुलाई तक हुए अपराधों की समीक्षा की है. इसमें 2023 की तुलना में 2024 के पहले सात महीने के दौरान  IPC+BNS अपराधों में कमी आई है. समीक्षा के बाद ये दावा किया गया है कि अलग-अलग प्रकार के गंभीर अपराध महिलाओं के खिलाफ अपराध, बच्चों के खिलाफ अपराध, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के खिलाफ होने वाले अपराधों में भी कमी आई है.

Photo Credit: Imaginative

सामने आए ये आंकड़े 

एमपी पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक गैंग रेप के प्रकरणों में 19.01% की कमी आई है. जबकी, क्रूरता और दहेज प्रताड़ना के अपराधों में 3.23% की कमी आई है. छेड़छाड़ के अपराधों के प्रकरणों में 9.85% की कमी पाई गई और महिलाओं पर होने वाले कुल अपराधों में 7.91% की कमी आई है. संपत्ति संबंधी अपराधों की समीक्षा में पाया गया कि लूट के अपराधों में 23.22% की कमी आई है, नकबजनी में 9.53% की कमी आई है,इसी प्रकार सामान्य चोरी में 6.51% की कमी देखी गई.

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पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी आंकड़े

अपराधों में आई कमी

पिछले सात माह में कुल 182714 IPC+BNS अपराध घटित हुए. जबकि, पिछले साल इसी अवधि में 189178 अपराध घटित हुए हैं, जिससे यह कहा जा रहा है कि बीते सात माह में अपराधों में 3.53% की कमी आई है. समीक्षा में यह भी पाया गया है कि गंभीर अपराधों जैसे हत्या के प्रकरणों में 7.15%, डकैती में 51.56% से अधिक की कमी आई है. पॉक्सो एक्ट के अपराधों में भी 14% की कमी आई है.

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MP में क्राइम का ग्राफ हुआ कम

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कमी आने के लिए बताई ये वजह

मध्य प्रदेश पुलिस इसे महिलाओं और बच्चों की सहायता, सुरक्षा के लिए चलाये गये अलग अलग कार्यक्रम जैसे, ऊर्जा महिला डेस्क, आशा, मुस्कान, मैं हूं अभिमन्यु, जैसे अभियान की उपलब्धि बता रही है. 7 माह में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के विरूद्ध घटित गंभीर अपराधों में पिछले साल की तुलना में 22.04% की कमी आई है, जो अपराध वर्ष 2023 में (01 जनवरी से 31 जुलाई) 4033 थे वह वर्ष 2024 में घटकर 3144 हो गये है. इसी प्रकार अनुसूचित जाति/जनजाति के हॉटस्पॉट में भी कमी आई है.

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