संविदा कर्मचारियों की भूख हड़ताल स्वास्थ्य सेवाएं ठप, सरकार से कर रहे ये मांग

Health Worker Hunger Strike: संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है. वो राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा संविदा नीति 2023 का लाभ पूरी तरह से न देने का आरोप लगा रहे हैं.

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Hunger Strike in MP: प्रदेश के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने बैतूल में सोमवार से क्रमिक भूख हड़ताल शुरू कर दी है. जिला मुख्यालय पर भी जहां दो संविदा कर्मी भूख हड़ताल पर बैठे हैं, वहीं बाकी संविदा कर्मी नैतिकता छोड़ तरबूज खाते साफ देखे जा सकते हैं. भाजपा के अनुषांगिक संगठन भारतीय मजदूर संघ के बैनर तले हो रहे आंदोलन से भाजपा सरकार की भी किरकिरी हो रही है.

संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा संविदा नीति 2023 का लाभ पूरी तरह से न देने और सामान्य प्रशासन विभाग के आदेश की अवहेलना करने के विरोध में 22 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं. संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं ठप्प पड़ गई हैं. प्रदेश के हर जिले में सोमवार से क्रमिक भूख हड़ताल शुरू की गई है, जिसमें 2 संविदा कर्मी भूख हड़ताल करने बैठ गए हैं.

स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित

हड़ताल के कारण प्रदेशभर की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं. टीकाकरण कार्यक्रम ठप हो गया है. गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांचें नहीं हो पा रही हैं. एनआरसीज और एसएनसीयू के कार्य प्रभावित हैं.

मरीजों की नहीं हो पा रही जांच

एनसीडी के तहत आने वाले मरीजों के बीपी और शुगर की जांच भी नहीं हो पा रही है, जिससे मरीज और वृद्धजन परेशान हो रहे हैं. इसके अलावा टीबी और मलेरिया जैसी बीमारियों की जांच भी प्रभावित हुई है. प्रदेश में स्वास्थ्य शिविरों और राष्ट्रीय कार्यक्रमों पर भी हड़ताल का व्यापक असर देखा जा रहा है.

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