नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रज्ञा ठाकुर के बयान को बताया आपत्तिजनक, भाजपा पर साधा निशाना

Pragya Thakur vs Umang Singhar: भोपाल में प्रज्ञा ठाकुर के विवादित बयान ने राजनीति और समाज में हलचल मचा दी है। उन्होंने महिलाओं और युवतियों से मंदिरों के पास निगरानी रखने, अंतरधार्मिक रिश्तों से परहेज़ करने और घरों में हथियार रखने का आह्वान किया। विपक्ष और मुस्लिम संगठनों ने उनके बयानों को नफरत फैलाने वाला बताया और कार्रवाई की मांग की।

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Pragya Thakur controversy: मध्‍य प्रदेश के भोपाल से भाजपा की पूर्व सांसद प्रज्ञा ठाकुर के व‍िवाद‍ित बयान पर कांग्रेस की भी प्रत‍िक्रिया आई है. मध्‍य प्रदेश व‍िधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान को आपत्तिजनक बताया है. 

सिंघार ने कहा क‍ि भाजपा हमें हिंदू मुस्लिम की राजनीति करने का टैग देती है, लेकिन असल में खुले मंच से ख़ुद ही विवादों में घिर जाती है. यह पहली बार नहीं कि प्रज्ञा ठाकुर ने कोई ऐसा बयान दिया हो. 

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने यह भी कहा क‍ि जब भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं होता है तो वो ऐसी बातें करती है. मध्‍य प्रदेश में भाजपा बेरोजगारी, महँगाई, भर्ती घोटाले इन सब से आँखें मीच कर जानता को भटकाने का काम करती है. 

प्रज्ञा ठाकुर का विवाद‍ित बयान

उल्‍लेखनीय है क‍ि भोपाल के छोला मंदिर इलाक़े में आयोजित दुर्गावाहिनी के पथ संचलन समारोह में महिलाओं और लड़कियों को संबोधित करते हुए प्रज्ञा ठाकुर ने कहा था क‍ि मंद‍िरों के आस-पास गैर हिंदुओं के प्रसाद बेचने का व‍िरोध करना चाह‍िए. उन लोगों को पीट देना चाह‍िए. 

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 मंदिरों के आस-पास निगरानी रखें

प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कार्यक्रम में हिन्दू युवतियों और महिलाओं से यह भी कहा कि वे अन्तरधार्मिक रिश्ते न जोड़ें और मंदिरों के आस-पास निगरानी रखें. उन्होंने हर घर में दुर्गा स्थापित करने और घरों में हथियार रखने का आह्वान किया तथा विधर्मियों के जरिए प्रसाद बेचने पर कार्रवाई की बात कही. उनके बयानों पर विपक्ष और मुस्लिम संगठनों ने नफरत फैलाने का आरोप लगाया. भाजपा की आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई. 

घरों में हथियार रखें और जरूरत पड़ने पर कड़ा जवाब दें

प्रज्ञा ठाकुर ने खुलकर कहा कि घरों में हथियार रखें और जरूरत पड़ने पर कड़ा जवाब दें, साथ ही विधर्मियों से परहेज़ करने और मंदिरों पर चौकसी रखने का आह्वान किया. उन्होंने मालेगांव मामले में बरी होने के बाद भगवा का बचाव भी किया. इन बयानों को विपक्ष ने साम्प्रदायिक होने का ठहरा कर सख्त कार्रवाई की मांग की है और मुस्लिम संगठनों ने शिकायत दर्ज कराने की बात कही.

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