Sophia Qureshi: MP के छतरपुर से सोफिया कुरैशी का गहरा रिश्ता, विरासत में मिला देश सेवा का जज्बा, जानें पूरी कहानी

Colonel Sophia Qureshi: सोफिया को देश सेवा का जज्बा विरासत में मिला है. दरअसल, सोफिया के चाचा इस्माइल कुरैशी और वली मुहम्मद बीएसएफ में सुबेदार के पद पर पदस्थ थे, जबकि सोफिया के पिता ताजमोहम्मद भी सेना से रिटायर्ड हुए हैं.

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Operation Sindoor, Indian Army Air Strike: छतरपुर जिले के नौगांव शहर के चच्चा कॉलोनी में स्थित एक घर में बीती रात पाकिस्तान में हुई एयर स्ट्राइक को लेकर खुशी का माहौल था. पूरे देश के साथ चच्चा कॉलोनी में भी पाकिस्तान में हुई सेना की गतिविधियों के बाद आतिशबाजी की गई, क्योंकि सेना की जवाबी कार्रवाई को प्रेस के सामने रखने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी का संबंध इसी चच्चा कॉलोनी में स्थित इस घर से है. इस घर में कुरैशी के चाचा-चाची सहित भाभी-भाईयां रहते हैं.

दुनिया को ऑपरेशन सिंदूर की कहानी बताने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी

बीती रात भारतीय सेना ने पाकिस्तान में अलग अलग 9 ठिकानों में एयर स्ट्राइक कर जवाबी हमला किया. जवाबी हमले की जानकारी देने के लिए सेना ने बुधवार की सुबह प्रेस को ब्रीफ किया. प्रेस को ब्रीफ करने के दौरान सेना में कर्नल सोफिया कुरैशी, विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री मौजूद रहे और हमले की विस्तार से जानकारी दी.

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सोफिया कुरैशी ने अपनी शुरुआती शिक्षा यहां से हासिल की.

प्रेस को ब्रीफ करने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी का संबंध बुंदेलखंड के नौगांव से है. उनकी प्राथमिक शिक्षा छत्तरपुर के जीटीसी स्कूल से हुई. कर्नल सोफिया नौगांव में पली बढ़ी. हालांकि पिता के फौज में होने के कारण उनका स्थानांतरण होता रहा.

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नौगांव से सोफिया का रिश्ता

मल्टी नेशनल फील्ड ट्रेनिंग एक्सरसाइज में भारतीय सेना का नेतत्व कर चुकी सोफिया कुरैशी का जन्म नौगांव के रंगरेज मोहल्ले में हुआ. उनके पिता ताज मुहम्मद कुरैशी बीएसएफ में सुबेदार के पद से रिटायर्ड हुए हैं. सोफिया का जन्म 12 दिसंबर 1975 को हुआ. इनकी प्राथमिक शिक्षा नौगांव के शासकीय जीटीसी प्राथमिक स्कूल में हुई. इसके बाद उनके पिता का तबादला बड़ौदा, रांची और फिर बडौदा हुआ. इसलिए उनकी शिक्षा भी अलग अलग जगहों से होती रही.

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आर्मी में सोफिया कुरैशी का हुआ था चयन.

विरासत में मिला देश सेवा का जज्बा 

सोफिया के चाचा इस्माइल कुरैशी और वली मुहम्मद बीएसएफ में सुबेदार के पद पर पदस्थ थे तो वहीं सोफिया के पिता ताजमोहम्मद भी सेना से रिटायर्ड हुए हैं. इस कारण शुरू से ही घर में देशभक्ति का माहौल था. सेना में जाने की प्रेरणा सोफिया को उनके परिजनों से ही मिली. सोफिया कुरैशी बड़ौदा में प्रथम श्रेणी उत्तीर्ण कर आर्मी में चयनित हुई. इसके बाद लेफ्टिनेंट बनी और पदोन्नति पाकर कैप्टन बनी. इसके बाद झांसी में मेजर और गांधीनगर में लेफ्टिनेंट कर्नल के रूप में पदस्थ हुई. अब आर्मी में कर्नल बनकर देश की सेवा कर रही हैं.

बता दें कि भारतीय सेना ने बीती रात पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर दिया. कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस ब्रीफिंग में एयरस्ट्राइक की जानकारी दी.

भारतीय सेना की प्रेस ब्रीफिंग में कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा, 'मासूम पर्यटकों और उनके परिवारों को न्याय देने के लिए ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया गया. पाकिस्तान में पिछले तीन दशकों से टेटर इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा था, जो पाकिस्तान और PoK दोनों में फैले हैं.'

कर्नल सोफिया ने कहा, "9 आतंकी कैंपों को निशाना बनाया गया और ध्वस्त किया गया. पिछले तीन दशकों से पाकिस्तान ने व्यवस्थित तरीके से आतंकी ढांचे का निर्माण किया, जो आतंकी कैंपों और लॉन्चपैड्स के लिए पनाहगाह रहा है. उत्तर में सवाई नाला और दक्षिण में बहावलपुर में स्थित मशहूर प्रशिक्षण शिविर को निशाना बनाया गया. लक्ष्यों का चयन विश्वसनीय इंटेलिजेंस सूचनाओं के आधार पर हुआ ताकि आतंकियों की रीढ़ तोड़ी जा सके और ये खास ध्यान रखा गया कि नागरिकों और सिविलिय इन्फ्रास्ट्रक्चर को नुकसान ना पहुंचे."

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