CM Rise School Results in Madhya Pradesh: अनूपपुर जिले का ग्राम पंचायत बदरा का एक सरकारी स्कूल (Government School) शिक्षा के क्षेत्र में मिसाल बन गया है. यहां की बालिकाओं (Girl Students) ने शिक्षा (Education) की ललक का परचम लहराकर अपनी मेहनत का लोहा मनवाया है. वहीं, यहां के प्राचार्य (Principal) और शिक्षक (Teacher) उदाहरण हैं कि अगर सच्चे प्रयास किए जाएं तो गांव का सरकारी स्कूल भी 100% प्रतिशत परिणाम (100% Percent Result) के साथ प्रदेश स्तर पर टॉप (State Level Topper) कर सकता है. यह स्कूल जनजातीय कार्य विभाग (Tribal Affairs Department) द्वारा प्रदेश में संचालित 94 जनजातीय सीएम राइज विद्यालयों (Tribal CM Rise Schools) में 100% रिजल्ट के साथ टॉप पर रहा है. यहां 113 में से 111 बालिकाएं 10वीं और 12वीं में फर्स्ट डिविजन से उत्तीर्ण हुई हैं. यहां की शिवानी कुशवाह और दिपाली मिश्रा ने 12वीं में 91.6% के साथ जिले में तीसरा और चौथा स्थान प्राप्त किया है. इस उपलब्धि पर प्रमुख सचिव जनजातीय कार्य डॉ ई रमेश कुमार ने बधाई व शुभकामनाएं दी हैं. अनूपपुर कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने भी इस स्कूल के प्राचार्य भार्गवेन्द्र सिंह चौहान को सम्मानित भी किया.
गर्मी की छुट्टियों में व्हाट्सअप से शुरू करवा देते हैं तैयारी
इस स्कूल के प्राचार्य बताते हैं कि हम बेस्ट रिजल्ट के लिए स्कूल खुलने का इंतजार नहीं करते. 9वीं और 11वीं पास होते ही बालिकाओं को बोर्ड परीक्षाओं के लिए तैयार करना शुरू देते हैं. मई और जून में गर्मी की छुट्टियों के दौरान सभी विषय के शिक्षक इन बालिकाओं को लघुउत्तरीय प्रश्नों की तैयारी (Preparation of short answer questions) करवाना शुरू कर देते हैं. इसके लिए हर शिक्षक अपने सब्जेक्ट का व्हाट्सअप ग्रुप (WhatsApp Group) बनाकर उसमें पाठ्यसामग्री (Study Material) भेजते हैं. बालिकाओं को गर्मी की छुट्टियों के दौरान भी बोर्ड परीक्षा (Board Exam Preparation) की तैयारी करवाते रहते हैं. जुलाई में सत्र शुरू होते ही बोर्ड में पूछे जाने वाले की शुरुआत में ही लघुउत्तरीय प्रश्नों की तैयारी हो चुकी होती है.
साप्ताहिक व मासिक परीक्षा अनिवार्य, पैरेंट्स से सीधा संवाद
सभी बालिकाओं के घर में टाइम टेबल लगवाकर फोकस्ड तैयारी करवाई जाती है. हर महीने बालिकाओं की मासिक परीक्षाएं होती हैं। वहीं, तिमाही परीक्षा के बाद साप्ताहिक परीक्षाएं अनिवार्य रूप से होती है. कलेक्टर कार्यालय से प्रदान किए गए मॉडल परीक्षा प्रश्नपत्रों से भी तैयारी करवाई. इस सभी प्रयासों से साथ-साथ पालकों से संवाद सबसे जरूरी था ताकि वे अपनी बच्चियों को घर के काम में नहीं बल्कि पढ़ाई पर फोकस करवाएं.
IIM और IIT में करवाया प्राचार्यों का प्रशिक्षण
जनजातीय सीएम राइज विद्यालयों की नोडल अधिकारी व अपर संचालक सीमा सोनी बताती हैं कि अच्छे परीक्षा परिणामों के लिए जनजातीय कार्य विभाग द्वारा भी कई नवाचार और प्रयास किए गए. इन विद्यालयों के प्राचार्यों का आईआईएम इंदौर (IIM Indore) और आईआईटी बीएचयू (IIT BHU) प्रशिक्षण करवाया गया. वहीं, क्षेत्रीय शिक्षण संस्थान, अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन, पिरामल फाउंडेशन और मैजिक बस फाउंडेशन के साथ मिलकर कई प्रशिक्षण भी कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं.
जनजातीय सीएम राइज विद्यालयों में बालिकाओं ने मारी बाजी
जनजातीय कार्य विभाग द्वारा प्रदेश के 89 विकासखंडों में संचालित 94 सीएम राइज विद्यालयों ने माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त किए हैं. कक्षा 10वीं में 68 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं जिनमें 36 प्रतिशत विद्यार्थियों ने प्रथम श्रेणी में अंक प्राप्त किए हैं. वहीं, 12वीं कक्षा में 63 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं जिनमें 40 प्रतिशत प्रथम श्रेणी वाले हैं.
स्कूल टॉप-10 विद्यालयों में इंदौर संभाग अव्वल
जनजातीय सीएम राइज विद्यालयों की टॉप-10 विद्यालयों की सूची में इंदौर संभाग के सबसे ज्यादा 6 विद्यालयों ने स्थान पाया है. वहीं, इस सूची में जबलपुर के 2 विद्यालयों अपना स्थान पाने में सफल रहे.
1. सीएम राइज विद्यालय कोलियरी, अनूपपुर (100%)
2. सीएम राइज विद्यालय खंडाला, अलीराजपुर (96.5%)
3. सीएम राइज विद्यालय तिरला, धार (95.5)
4. सीएम राइज विद्यालय मलाजखंड, बालाघाट (95%)
5. सीएम राइज विद्यालय नसीराबाद, बैतूल (94.5%)
6. सीएम राइज विद्यालय आमगांव, बालाघाट (93.4%)
7. सीएम राइज विद्यालय झाबुआ (91.3%)
8. सीएम राइज विद्यालय पेटलावद, झाबुआ (91%)
9. सीएम राइज विद्यालय नावरा, बुरहानपुर (90.7%)
10. सीएम राइज विद्यालय महेश्वर, खरगोन (90.3%)
अनूपपुर जिला 90.7 प्रतिशत के साथ टॉप पर
जनजातीय सीएम राइज विद्यालयों में ओवर-ऑल परीक्षा परिणामों में अनूपपुर 90.7% के साथ टॉप पर रहा है. वहीं, संभागों में 85.1% के साथ रीवा टॉप पर रहा है.
1. अनूपपुर 90.8%
2. बुहरानपुर 90.7%
3. बालाघाट 89.%
4. सीधी 85%
5. झाबुआ 84.8%
रीवा संभाग 85.18 के साथ टॉप पर
1. रीवा 85.1%
2. शहडोल 80.1%
3. उज्जैन 70.5%
4. नर्मदापुरम 69.1%
5. इंदौर 67.2%
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