मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में जहरीली कफ सिरप के सेवन से मारे गए बच्चों के परिजनों से मिलने सोमवार को अचानक सीएम यादव पहुंचे. इस दौरान वे छिंदवाड़ा के न्यूटन चिखली इलाके में पहुंचे. यहां उन्होंने मृतक बालक अदनान के परिजनों से मुलाकात की. इसके बाद सीएम यादव परासिया के लिए रवाना हो गए. आपको बता दें कि यहां जहरीली सिरप पीने से 16 बच्चों की मौत हो चुकी है.
सिरप कांड में जान गंवाने वाले बच्चों के परिजनों से मिलने के बाद CM मोहन यादव ने कहा कि बच्चों मौत बेहद ही दुखद. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ड्रग कंट्रोलर को हटाने के लिए कह दिया है. वहीं, डिप्टी ड्रग कंट्रोलर को सस्पेंड कर दिया गया है. ड्रग इंस्पेक्टर को भी हटाया है.
'संवेदनशीलता के साथ शासन चलाते'
सीएम ने कहा कि तमिलनाडु की जिस फैक्ट्री में ये अमानक दवा बन रही थी. वहां की सरकार को भी कार्रवाई करने को कहा है. इसके अलावा, सभी दवाओं की प्रॉपर जांच करने के निर्देश दिए हैं.साथ ही पीड़ित बच्चों के बेहतर इलाज के निर्देश दिए हैं. छिंदवाड़ा में हुई घटना में कार्रवाई करते हुए हमने तमिलनाडु की संबंधित फैक्ट्री की दवाइयों पर प्रतिबंध लगाया है. अन्य दो फैक्ट्री की दवा को भी बैन करने के निर्देश दिए हैं. इस मामले में कुल 19 सैंपल की जांच हुई थी, जिनमें से तीन फेल हुए, जैसे ही जानकारी सामने आई, हमने त्वरित कार्रवाई की. पूरे घटनाक्रम से केंद्र सरकार और तमिलनाडु सरकार को अवगत करा दिया गया है. हम संवेदनशीलता के साथ शासन चलाते हैं.
इन अधिकारियों पर गिरी गाज
CM यादव के छिंदवाड़ा दौरे के साथ ही कफ सिरप से बच्चों की मौत मामले में अब ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी गई है. मुख्यमंत्री के ऐलान के साथ ही तीन अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है. ड्रग कंट्रोलर दिनेश मौर्या को पद से हटा दिया गया है. वहीं, छिंदवाड़ा ड्रग इन्स्पेक्टर गौरव शर्मा और जबलपुर के ड्रग इन्स्पेक्टर शरद जैन को सस्पेंड कर दिया गया है. इसके अलावा, उप संचालक खाद्य और औषधि नियंत्रक शोभित कोष्टा को भी सस्पेंड कर दिया गया है.
आरोपी डॉ. प्रवीण सोनी को कोर्ट में किया गया पेश
सीएम यादव के दौरे के बीच कड़ी सुरक्षा के बीच कथित आरोपी डॉ. प्रवीण सोनी को लेकर पुलिस सेशन कोर्ट पहुंची. यहां सेशन कोर्ट में डॉक्टर को पेश किया गया. जहां सुनवाई के बाद कोर्ट ने आरोपी डॉ प्रवीण सोनी को जेल भेज दिया. अब इस मामले में 9 अक्टूबर को अगली सुनवाई होगी.
फार्मेसी का लाइसेंस निरस्त
इस बीच छिंदवाड़ा ड्रग एंड कॉस्मेटिक्स विभाग ने अपना फ़ार्मसी का लाइसेंस निरस्त कर दिया है. कास बात ये है कि डॉ. प्रवीण सोनी की पत्नी ज्योति सोनी इस फ़ार्मसी को संचालित कर रही थी. परासिया में क्लीनिक के पास ही फ़ार्मसी स्थित थी. इसके साथ ही ड्रग एंड कॉस्मेटिक्स विभाग की टीम की ओर से मामले की जांच की जा रही है. गौरतब है कि परासिया में जहरीली कोल्ड्रिफ़ कफ सिरप सबसे ज़्यादा इसी फ़ार्मसी से ली गई थी.