मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मां नर्मदा के वाहन मगरमच्छ को बसाने के लिए एक और कदम आगे बढ़ा दिया है. सीएम ने गुरुवार को खंडवा में इंदिरा सागर बांध के बैकवॉटर में छह मगरमच्छ छोड़े हैं, जिनमें दो मादा और चार मेल मगरमच्छ शामिल हैं. मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने कहा कि यह ओंकारेश्वर नेशनल पार्क की शुरुआत है. सीएम ने कहा कि जल्दी ही ओंकारेश्वर नेशनल पार्क की घोषणा के साथ यहां का काम शुरू हो जाएगा. वहीं, पिछले साल ही मुख्यमंत्री ने पिछले साल चंबल नदी में घड़ियाल छोड़े थे. उन्होंने कहा कि प्रदेश में सभी प्रकार के वन्यजीवों के संरक्षण का अभियान चल रहा है.
उन्होंने कहा सरकार पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम कर रही है. डॉ मोहन यादव ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि नर्मदा सहित प्रदेश की नदियों का संरक्षण कैसे हो, इसका प्रयास हम कर रहे हैं. सीएम ने बताया कि मगरमच्छों के आवास के लिए नर्मदा जी की धारा अत्यंत अनुकूल है. सरकार पुण्य सलिला मां नर्मदा के वाहन मगरमच्छ को नर्मदा में बसाने का अपना संकल्प पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रही है.
ओंकारेश्वर अभ्यारण्य करेंगे घोषणा
नर्मदा में मगरमच्छ छोड़ने के दौरान कैबिनेट मंत्री विजय शाह भी रहे मौजूद रहे. बता दें कि ओंकारेश्वर अभ्यारण्य की घोषणा मंत्री विजय शाह के जन्मदिन एक नवंबर को की जाएगी. बिहार की राजनीति पर डॉ मोहन यादव ने कहा कि बिहार में हमारे अच्छे हाल है और इंडी गठबंधन बेहाल है.
नर्मदा में अठखेलियां करते दिखेंगे मगरमच्छ
भारतीय संस्कृति में मनुष्य एवं वन्य जीव परस्पर एक-दूसरे पर निर्भर हैं. मां नर्मदा जी का वाहन निर्मल जल में अठखेलियां करता दिखाई देगा. नर्मदा जी में मगरमच्छों को छोड़ते समय इस बात का भी विशेष ध्यान रखा जाएगा कि इस जलीय जीव को ऐसे स्थान पर छोड़ा जाए, जहां लोगों को इससे खतरा न हो. मगरमच्छ की मौजूदगी मां नर्मदा के लिए शुभ होगी और यह जल की धारा को सशक्त बनाएगी.