Chhatarpur ki Khabar: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के छतरपुर जिले में सरकारी रिकॉर्ड (Government Record) के अनुसार जिले में कुल 607 तालाब बताए जा रहे हैं. इन तालाबों में चंदेल कालीन तालाब अधिकतर हैं. इन तालाबों को बने लंबा समय हो जाने के कारण लोगों ने अतिक्रमण बना लिया है. इस अतिक्रमण को हटाने को लेकर आम लोगों ने जनसुनवाई और कलेक्टर से कई बार शिकायत की है. इसमें छतरपुर कलेक्टर पार्थ जायसवाल ने सभी तालाबों का सीमांकन करने के लिए एसडीम जनपद पंचायत CEO को निर्देश दिए.
तालाब पर अवैध अतिक्रमण को लेकर होगा एक्शन
300 तालाबों को किया अतिक्रमण मुक्त
पटवारी समेत कई अधिकारियों ने दल बनाकर सरकारी तालाबों का सीमांकन करके कब्जा मुक्त करवाने की महिम शुरू कर दी है. इसके अंतर्गत 300 तालाबों को अतिक्रमण मुक्त करवाया गया है. बाकी बचे हुए तालाबों का अतिक्रमण हटाने के लिए बरसात के बाद इन तालाबों का सीमांकन करके अतिक्रमण मुक्त करवाया जाएगा.
तालाबों को किया जा रहा सीमांकन
कलेक्टर पार्थ जायसवाल ने बताया कि छतरपुर जिले में 300 से अधिक तालाबों का सीमांकन कर उसपर से अतिक्रमण हटाकर कार्रवाई की गई है. तालाबों पर से अतिक्रमण हटाने के लिए छतरपुर विधायक ललिता यादव ने 2024 विधानसभा प्रश्न क्रमांक 960 लगाया था. इसमें प्रशासन ने जो जवाब दिया, उस पर प्रश्न चिन्ह लग रहे हैं.
तालाबों से हटाया जा रहा अवैध अतिक्रमण
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इन्होंने दायर की जनहित याचिका
धीरज चतुर्वेदी लगभग 20 साल से तालाबों पर काम कर रहे हैं. इन्होंने एक जनहित याचिका भी लगाई है. इसमें तालाबों को अतिक्रमण मुक्त करवाने का मामला हाईकोर्ट जबलपुर में चल रहा है. इसी बीच, कलेक्टर ने अपने स्तर पर एक्शन लेते हुए तालाबों पर से अतिक्रमण हटाने की पहल शुरू कर दी है.
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