Gwalior Crime: मध्य प्रदेश के ग्वालियर के मुरार इलाके में एक युवक पर फायरिंग और हमले की सूचना पर हड़कंप मच गया लेकिन पुलिस ने जब जांच पड़ताल की तो यह सूचना पूरी तरह फर्जी निकली. पुलिस ने फरियादी के खिलाफ ही तोड़फोड़ ओर हवाई फायर करने का मामला दर्ज किया है. जबकि दूसरे पक्ष के दो युवकों पर आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.
दरअसल, ग्वालियर के मुरार निवासी भूपेन्द्र सिंह गुर्जर ने शिकायत की थी कि शनिवार सुबह वह घर के पास स्थित प्लॉट पर गायों को चारा डालकर लौट रहे थे. जैसे ही वह यादव मार्केट के पास पहुंचे, तभी कुछ युवकों ने कट्टा निकालकर उन पर फायरिंग कर दी. दो बार गोली चलाई गई, लेकिन वे बच गए. इसके बाद स्थानीय लोग और परिजन इकट्ठा हो गए और भाग रहे बदमाशों को पकड़ लिया. भूपेन्द्र ने पुलिस को बताया कि वह अपने छोटे भाई की हत्या के मामले में मुख्य गवाह है. आरोपियों की जमानत पर 8 अप्रैल को सुनवाई होनी है और वह इसका विरोध कर रहा है. इसी कारण उसे डराने के लिए यह हमला किया गया.
पुलिस जांच में क्या पता चला?
पुलिस द्वारा की गई जांच में पता चला कि भूपेन्द्र पर कोई हमला नहीं हुआ था, बल्कि उसने अपने साथी विनोद गुर्जर, युवराज और सौरभ राणा के साथ पड़ोसी विनय पाल के मकान में घुसकर धीरज बघेल व राहुल कुशवाह के साथ मारपीट की और धीरज की कमर में लगी पिस्टल से दो से तीन हवाई फायर किए. इसके बाद उसने खुद पर हमले की झूठी कहानी गढ़ दी.
शूटर्स कौन थे?
जांच में सामने आया कि जिन युवकों को शूटर्स बताया गया था, वे तो विनय पाल के मकान को खरीदने के लिए आए थे और भूपेन्द्र ने उन पर हमला कर दिया. पुलिस ने इस मामले में दो अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं. इसमें भूपेन्द्र गुर्जर, विनोद, युवराज और सौरभ राणा के खिलाफ धीरज बघेल और राहुल कुशवाह से मारपीट, मोबाइल तोड़ने, हथियार छीनकर हवाई फायरिंग करने का केस दर्ज किया गया है. तो वहीं भूपेन्द्र गुर्जर की शिकायत पर धीरज बघेल और राहुल कुशवाह के खिलाफ अवैध हथियार रखने को लेकर आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.
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