Bhopal Nagar Nigam Budget 2025: आर्थिक तंगी से जूझ रहा भोपाल नगर निगम (BMC) एक तरफ जनता से टैक्स वसूल रहा है तो दूसरी ओर इसी टैक्स के पैसे से निगम चंदा बांटने में भी जुट गया है. भोपाल ने इस बार पानी और प्रॉपर्टी पर भी टैक्स बढ़ाया है. दरअसल, अनुदान राशि, जो सामाजिक संस्थाओं और NGO को सामाजिक काम करने के लिए दी जाती है, लेकिन भोपाल नगर निगम सिर्फ दशहरा (Nagar Nigar Donation for Dussehra) उत्सव के लिए 33 संस्थाओं को लाखों लाख रुपये तक का चंदा अनुदान के तौर पर दे रहा है. वहीं, महापौर ने धार्मिक संस्थाओं को चंदा देने से इनकार कर दिया, लेकिन बजट पुस्तिका में 335 संस्थाओं को अनुदान देने का प्रावधान है.
बजट में इस बार अनुदान के आंकड़े
- भोपाल नगर निगम ने इस साल 15 प्रतिशत पानी और 10 प्रतिशत टैक्स प्रॉपर्टी पर बढ़ा दिया.
- टैक्स से मिलने वाले करोड़ों रुपये में से 345 संगठनों को अनुदान दिया जाएगा.
- 3 करोड़ 40 लाख से अधिक का बजट अनुदान के लिए रखा गया.
- इनमें 33 दशहरा उत्सव समिति शामिल.
- दशहरा मनाने के लिए 2 लाख रुपये तक अनुदान दिया जाएगा.
- इनमें कई प्रेस क्लब और NGO भी शामिल.
- 40 से अधिक को 2-2 लाख, 50 से अधिक को 1 लाख रुपये मिलेंगे.
- साल 2023-2024 में अनुदान लेने वालों की संख्या 143 थी, वहीं अब 2024-2025 में इनकी संख्या 345 हो गई.
- दूल्हे राजा उत्सव समिति को 1 लाख
- पुरुषार्थ सेवा फाउंडेशन को 1 लाख
- युवा पत्रकार संघ को 50 हजार
- रॉयल शिक्षक समिति को 2 लाख
- शमा फैन्स वेलफेयर सोसाइटी को 50 हजार
- बाबा रामदेव भक्त कल्याण समिति को 25 हजार
- समाजसेवी अधिमान्य पत्रकार महासंघ को 25 हजार
मेयर ने क्या कहा
भोपाल की महापौर मालती राय का कहना है कि किसी भी धार्मिक संस्था को अनुदान नहीं दिया गया है. उनका कहना है कि हमने धार्मिक संस्थाओं को चंदा देने पर प्रतिबंध लगाया है. कई सामाजिक संस्थाएं हैं, जो गरीबों के लिए काम करती हैं. उन्हें अनुदान दिया जाता है. वे संस्थाएं भोपाल की होती हैं.
विपक्ष ने निगम की मंशा पर उठाए सवाल
विपक्ष ने शहर सरकार (नगर निगम) की मंशा पर सवाल उठाए हैं. नगर निगम की नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी ने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए. जिन संस्थाओं को पैसे दिए गए हैं, उन्होंने इसका इस्तेमाल कैसे और कहां किया. यह भी पता चलना चाहिए.
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