जानिए ! 'प्लानिंग' में 20 साल पीछे है राजधानी भोपाल, दो दशक हो गए नहीं आया नया मास्टर प्लान!

Bhopal Master Plan: 'भोपाल का मास्टर प्लान' का दो दशक से इंतजार है. यह 1995 के बाद लागू नहीं हुआ. हालांकि 2023 में नया ड्राफ्ट आया, लेकिन यह 3000 से अधिक आपत्तियों में उलझ गया.

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Bhopal Master Plan: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का मास्टर प्लान लंबे समय से फाइलों में ही बंद है. मास्टर प्लान का ड्राफ्ट कई बार जारी तो हुआ, लेकिन लागू होने से पहले कई बाधाएं सामने आती रहीं. बिना मास्टर प्लान के भोपाल का बेतरतीब विकास हो रहा है. यही हाल लगभग इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर का भी है. शहरों का अनियोजित विकास लोगों के लिए समस्या बनता जा रहा है.

देश की सबसे साफ राजधानी प्लानिंग में 20 साल पीछे हैं, क्योंकि 1995 के बाद से भोपाल में मास्टर प्लान लागू ही नहीं हुआ. कई बार ड्राफ्ट बना, सरकारें बदली, लेकिन मास्टर प्लान का ड्राफ्ट जमीन पर नहीं उतरा.

4 बार जारी हो चुका है भोपाल मास्टर प्लान का ड्राफ्ट

अब तक चार बार भोपाल के मास्टर प्लान का ड्राफ्ट जारी हुआ, लेकिन अमलीजामा पहनाने से पहले ही इतने अड़ंगे आये कि सरकार को न चाहते हुए भी इसे रद्द करना पड़ा. मास्टर प्लान लागू न हो पाने की वजह से भोपाल में मनमाने तरीके से विकास हो रहा है.

भोपाल के स्थानीय निवासी शमीम अजहर बताते हैं कि विकास हर एक इंसान चाहता है. भोपाल में सड़कों पर निकलना मुश्किल है. भयंकर किस्म का क्राउड है. हर जगह जाम लगा हुआ है. मास्टर प्लान जब लागू होगा तो सुधार होगा, इसलिए मास्टर प्लान जरूरी है.

मास्टर प्लान पर कांग्रेस ने क्या कहा?

भोपाल से कांग्रेस विधायक आरिफ़ मसूद ने कहा कि बिना मास्टर प्लान और विकास योजना के कैसे शहर का विकास होगा? कैसे लोग इसमें कारोबार करेंगे? यह बहुत बड़ा सवाल है, यह सब डिपेंड करता है मास्टर प्लान पर... सरकार से पूछा जाएं कि मध्य प्रदेश के कितने जिलों में कब-कब मास्टर प्लान लागू किया तो यह कुछ सही जवाब नहीं दे पाएंगे. सरकार का काम सिर्फ केवल नफरत फैलाना है.

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बता दें कि भोपाल की जनसंख्या वर्तमान में 23 लाख से अधिक है, लेकिन शहर का डेवलपमेंट प्लान 2005 की आबादी के मुताबिक हो रहा है.  पिछले साल मास्टर प्लान का ड्राफ्ट करीब 3000 आपत्तियों में उलझ गया. विपक्ष सरकार की मंशा पर सवाल उठा रहा है तो आपत्ति दर्ज कराने वाले विधायक जल्द मास्टर प्लान लागू होने का हवाला दे रहे हैं.

जल्द लागू होगा भोपाल मास्टर प्लान?

बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहते हैं कि मास्टर प्लान को लेकर सरकारी स्तर पर हमारी तैयारी जारी है बहुत जल्दी ही मास्टर प्लान आएगा. मुख्यमंत्री ने उसकी समीक्षा एक बार कर ली है जो कुछ बिंदु है औद्योगिक क्षेत्र, रोजगार और भोपाल के डेवलपमेंट के हिसाब से जरूरी है. मुख्यमंत्री उस पर निगाह रखे हुए हैं. मैं समझता हूं बहुत जल्दी मास्टर पर लागू हो जाएगा.

जानकार बताते हैं की ब्यूरोक्रेट्स और नेता दोनों इसके लिए जिम्मेदार हैं. 

मास्टर प्लान में तय होता है आगामी विकास का ढांचा

मास्टर प्लान किसी भी बड़े या मध्यम शहर के लिए जरूरी है. भोपाल तो फिर भी राजधानी है. शहर में कहां व्यापार होगा, कहां आबादी रहेगी, कहां खेती होगी यह मास्टर प्लान में तय होता है. आज नहीं 30 साल बाद भी विकास कैसे होगा यह भी मास्टर प्लान में तय होता है. इसके लिए मुख्य रूप से शासन जिम्मेदार है, लोगों का हित स्वार्थ इसमें आड़े आता है.

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मास्टर प्लान लागू न होने से राजधानी में अवैध कॉलोनियां भी तेजी से बढ़ीं हैं, जिसे खुद सरकार भी मानती है.

ब्यूरोक्रेट्स को मास्टर प्लान की सारी जानकारी रहती है. नेता और अधिकारी मिलकर मास्टर प्लान को प्रभावित करने के लिए प्रस्तावित मास्टर प्लान के अनुसार, आस पास जमीन खरीद लेते. मास्टर प्लान के देरी होने की वजह यह है की नेताओं में दूर दृष्टि की कमी है, अपने हित के लिए मास्टर प्लान को डिले किया जाता है.

नगरीय विकास व आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय कहते हैं कि अवैध कॉलनी मास्टर प्लान के सपने को साकार नहीं होने देतीं हैं, मास्टर प्लान के क्रियान्वयन में अवैध कॉलोनी बहुत बड़ा अवरोध हैं. जल्द मास्टर प्लान लागू करेंगे और अब कड़े नियम बनाएंगे. 

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यहां जानते हैं मास्टर प्लान क्यों है जरूरी?
 

1. मास्टर प्लान नहीं बनने के कारण ट्रांसपोर्ट की योजना सही से नहीं बन पाई.

2. हाल ही में BRTS टूटा, बनने में करोड़ों लगे और तोड़ने में भी करोड़ों रुपये डूबे. 

3. 2005 के बाद से लैंड यूज में बदलाव न होने से रियल एस्टेट बूम और जमीनों की कीमतें आसमान छूने लगीं.

4. मास्टर प्लान न होने से भोपाल की पहचान बड़ा तालाब के कैचमेंट एरिया में अतिक्रमण बढ़ा, जिससे इसका अस्तित्व खतरे में है.

5. सड़कों, सीवेज सिस्टम, और अन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर की सही योजना न होने से कई क्षेत्रों में अव्यवस्थित विकास हुआ, जिससे लोगों को असुविधा हो रही है.

जमीन पर लागू नहीं हुआ मास्टर प्लान

सरकार के लिए टेढ़ी खीर बनता जा रहा भोपाल का मास्टर प्लान आखिर कब लागू होगा यह अब भी सवाल बना हुआ है. तारीख पर तारीख मिलती गई आगे बढ़ीं, ड्राफ्ट भी बना, लेकिन जमीन पर मास्टर प्लान लागू नहीं हुआ. भोपाल के लोगों को आज भी इंतजार है राजधानी का सुनियोजित विकास कब होगा. 

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