Bharat Bandh: आरक्षण के फैसले पर भारत बंद आज, पुलिस की तैनाती से स्कूलों की छुट्‌टी तक जानिए MP का हाल

Bharat Bandh 2024: 21 अगस्त को भारत बंद कराने के आह्वान को ध्यान में रखकर जिला प्रशासन व पुलिस ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुख्ता तैयारियां की हैं. जबरन दुकानें, प्रतिष्ठान व बाजार बंद कराने वालों से पुलिस सख्ती से निपटेगी. यह भी साफ किया गया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भ्रामक व आपत्तिजनक भड़काऊ संदेश या ऑडियो-वीडियो अपलोड करने व फॉरवर्ड करने वालों के खिलाफ भी भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा-163 के तहत कार्रवाई की जायेगी.

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Bharat Bandh 2024 News in Hindi: एससी-एसटी आरक्षण (SC-ST Reservation) क्रीमीलेयर (Creamy Layer) को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले (Supreme Court Verdict on SC-ST Reservation) के विरोध में 21 अगस्त को सामाजिक संगठनों द्वारा भारत बंद (Bharat Bandh) का आह्वान किया गया है. भारत बंद के दौरान भिण्ड पुलिस (Madhya Pradesh Police) व प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. जिसको लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है. वहीं कलेक्टर ने सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट डालने वालों के लिए गाइडलाइन भी जारी की है. गाइडलाइन का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की भी चेतावनी दी है. वहीं ग्वालियर में भी पूरी तरह से कमर कस ली गई है. आइए जानते हैं भारत बंद को लेकर क्या कुछ हुआ है.

FB, Insta, WhatsApp पर भी होगी नजर 

भिण्ड में एसपी ने आपत्तिजनक पोस्ट डालने वालों को हवालात में डालने की रणनीति बना ली है. भारत बंद को लेकर भिण्ड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने नियमों का उल्लेख करते हुए. प्रतिबन्धित आदेश प्रसारित किए हैं. कोई भी व्यक्ति विभिन्न इन्टरनेट तथा सोशल मीडिया के प्लेटफार्म जैसे फेसबुक, व्हाट्स एप, ट्विटर, एसएमएस, इन्स्टाग्राम इत्यादि संसाधनों का दुरूपयोग धार्मिक भावनाओं को भड़काने, जातिगत विद्वेष फैलाने, साम्प्रदायिकता को ठेस पहुंचाने और सामाजिक सौहार्द ध्वस्त करने के लिये नहीं करेगा.

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अगर आपत्तिजनक पोस्ट व्हाट्सएप पर वायरल है तो इस प्रकार के संदेशों को रोकने का आग्रह किया गया है. नहीं रोकने की स्थिति में ग्रुप एडमिन के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी.

वहीं पुलिस भी सतर्क नजर आ रही है. एसपी असित यादव व एडिशनल एसपी संजीव पाठक ने मीटिंग ली. मीटिंग में भारत बंद को लेकर किसी प्रकार का उपद्रव न होने पर इसको लेकर सख्त निर्देश दिए हैं. एसपी ने भी पूरा फोकस सोशल मीडिया पर किया है. एसपी ने जिले के समस्त थाना प्रभारियों को सख्त हिदायत दी है. अगर कोई शख्स आपत्तिजनक पोस्ट वायरल करता है तो सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने वाले लोगों को सीधे हवालात भेजे जाने के लिए भी निर्देशित किया गया है. पुलिस डिपार्टमेंट की ओर से इस तरह की गाइडलाइन तैयार की गई है.

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ग्वालियर : पुलिस-प्रशासन की किलेबंदी, जवान सड़कों पर तैनात, स्कूलों ने दी छुट्टी

बुधवार 21 अगस्त को भारत बंद कराने के आह्वान को ध्यान में रखकर जिला प्रशासन व पुलिस ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुख्ता तैयारियां की हैं. जबरन दुकानें, प्रतिष्ठान व बाजार बंद कराने वालों से पुलिस सख्ती से निपटेगी. साथ ही स्पष्ट किया है कि किसी भी संगठन के व्यक्ति इस आंदोलन के दौरान लाठी या कोई अस्त्र-शस्त्र व ज्वलनशील पदार्थ लेकर नहीं चल सकेंगे. कलेक्टर रुचिका चौहान एवं पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने जिले के सभी एसडीएम, सीएसपी व एसडीओपी की बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. साथ ही कहा कि राजस्व व पुलिस अधिकारी पूरी सतर्कता व मुस्तैदी के साथ अपने दायित्व का निर्वहन करें.

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ग्वालियर काफी संवेदनशील इलाका है, क्योंकि 2 अप्रैल 2018 को यहां दलित समुदाय के बन्द के आह्वान के दौरान जबरदस्त हिंसा भड़क गई थी, जिसमें दो लोगों की जान जाने के अलावा कर्फ्यू भी लगाना पड़ा था. इस बार प्रशासन काफी सतर्क नजर आ रहा है. तमाम निजी स्कूलों ने एहतियातन छुट्टी कर दी है.

एक उच्च स्तरीय बैठक में स्पष्ट किया गया कि बुधवार 21 अगस्त को कलेक्ट्रेट, फूलबाग चौराहा, झलकारी बाई पार्क व गोल पहाड़िया सहित ग्वालियर शहर के सभी तिराहों-चौराहों, बाजारों व सड़क मार्गों पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात रहेगा. लगभग दो हजार जवान अतिरिक्त तैनात रहेंगें. गड़बड़ी करने वाले या अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ पुलिस सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी. ग्वालियर शहर के अलावा डबरा, भितरवार, पिछोर, घाटीगाँव, मोहना व मुरार ग्रामीण सहित जिले के सभी इलाकों में प्रशासन व पुलिस बल मुस्तैदी के साथ तैनात रहेगा.

कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट कहा है कि जिले के ग्रामीण या शहरी क्षेत्र में बंद के आह्वान से जुड़े किसी भी संगठन के व्यक्तियों के मूवमेंट के दौरान एहतियात बतौर पुलिस भी साथ में चलेगी. साथ ही हर गतिविधि की बारीकी से वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी भी कराई जायेगी.

बैठक में कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने सभी एसडीएम व यह भी निर्देश दिए कि बंद का आह्वान करने वाले संगठनों के प्रतिनिधियों से सतत संवाद रखें. उन्हें स्पष्ट रूप से बता दें कि बंद के दौरान संगठन का कोई भी व्यक्ति यदि कानून व्यवस्था का उल्लंघन करता है तो इसके लिये वे जवाबदेह होंगे. अधिकारियों ने कहा कि सभी संबंधित संगठनों से वॉलेन्टियर की सूची भी प्राप्त करें. ये वॉलेन्टियर शांतिपूर्ण आयोजन व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिये जिम्मेदार होंगे. बैठक में यह भी साफ किया गया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भ्रामक व आपत्तिजनक भड़काऊ संदेश या ऑडियो-वीडियो अपलोड करने व फॉरवर्ड करने वालों के खिलाफ भी भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा-163 के तहत कार्रवाई की जायेगी. कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक में अपर कलेक्टर अंजू अरुण कुमार, एडीएम टीएन सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सियाज केएम व गजेन्द्र वर्धमान, जिले के सभी एसडीएम, सीएसपी व एसडीओपी मौजूद थे. डबरा, भितरवार, घाटीगाँव व मुरार ग्रामीण के एसडीएम व एसडीओपी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में शामिल हुए.

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