भिंड के 'लाल' का बॉलिंग में नहीं कोई तोड़, BCCI ने नमन अवॉर्ड्स से नवाजा; भारतीय क्रिकेट टीम को कराता है नेट प्रैक्टिस

Vishnu Bharadwaj: मध्य प्रदेश के भिंड के विष्णु भारद्वाज को बीसीसीआई ने नमन अवॉर्ड्स से नवाजा है. विष्णु भारतीय क्रिकेट टीम के लिए नेट प्रैक्टिस भी कराता है.

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Vishnu Bharadwaj: गोली और बोली के लिए देशभर में पहचान बनाने वाले भिंड जिले की छवि को विष्णु भारद्वाज ने देशभर में बदल दिया है. भिंड के सपूत भारद्वाज ने क्रिकेट में ‘नमन अवॉर्ड्स' पाकर जिले का परचम देश में फहराया है. छोटी सी उम्र में भिंड और मध्य प्रदेश का नाम रोशन करने वाले विष्णु को भारतीय क्रिकेट कन्ट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई, BCCI) ने ‘नमन अवॉर्ड्स' से नवाजा है. इसके लिए मुंबई में कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

नमन अवॉर्ड्स देशभर के 28 क्रिकेटरों को दिया गया था. कार्यक्रम में पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर भी मौजूद थे. विष्णु भारद्वाज को ये अवॉर्ड कूच बिहार ट्रॉफी में सबसे ज्यादा विकेट लेने और बेस्ट बॉलिंग करने पर दिया गया है.

पिता हैं पेशे से पत्रकार

विष्णु भारद्वाज को जैसे ही नमन अवॉर्ड से नवाजा गया तो उनके घर में खुशियों का माहौल छा गया. विष्णु भारद्वाज के पिता गणेश भारद्वाज पैसे से पत्रकार हैं, जबकि विष्णु की मां ग्रहणी हैं. भिंड की धरा से बीसीसीआई के अवॉर्ड फंक्शन तक पहुंचने का सफर विष्णु भारद्वाज के लिए बहुत आसान नहीं था, यहां तक पहुंचने के लिए उनके माता-पिता का सहयोग रहा है.

एमपी अंडर 23 के प्लेयर हैं विष्णु

19 साल के विष्णु भारद्वाज मध्यप्रदेश अंडर 23 टीम के प्लेयर हैं. वो 8 साल की उम्र से क्रिकेट खेल रहे हैं. भिंड शहर के एमजेएस मैदान में विष्णु अकसर क्रिकेट खेलने जाया करता था. एक दिन विष्णु के पिता गणेश भारद्वाज ने भी अपने बेटे विष्णु को क्रिकेट खेलते हुए देखा. उस दिन अपने पिता के सामने ही विष्णु ने एक-एक कर कई विकेट लिए. यह देखकर विष्णु के पिता समझ गए कि उनके बेटे के पास हुनर की कमी नहीं है, लेकिन इसे निखारने की जरूरत है.

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पिता ने जिले के कोच से करवाई प्रैक्टिस

पिता ने भिंड में ही एक क्रिकेट कोच रवि कतरे से संपर्क किया और अपने बेटे के खेल को निखारने की गुजारिश की. शुरुआत में विष्णु की मां बेटे के क्रिकेट खेलने पर आपत्ति जताती थीं. मां चाहती थी किबेटा बड़ा अफसर बने, लेकिन विष्णु की आंखों में पनप रहे क्रिकेट स्टार के सपने को देखकर धीरे-धीरे विष्णु की मां प्रिया भारद्वाज भी विष्णु के क्रिकेट खेलने पर सहयोग करने लगी.

जिले के बाद राज्य के बाहर खेलना किया शुरू

प्रैक्टिस में विष्णु ने अपनी बॉलिंग को काफी सुधारा. धीरे-धीरे विष्णु की बॉलिंग इतनी अच्छी हो गई कि राज्य के अन्य जिलों में विष्णु क्रिकेट खेलने जाने लगा. विष्णु ने अपनी मेहनत से क्रिकेट में अपना लोहा मनवाना शुरू कर दिया.  कुछ समय बाद विष्णु मध्य प्रदेश के बाहर भी क्रिकेट खेलने जाने लगा.

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हाल ही में ग्वालियर में हुए क्रिकेट मैच में कई विकेट चटकाए. इसके अलावा भारतीय टीम को नेट प्रैक्टिस करवाने के लिए भी विष्णु भारद्वाज का सिलेक्शन हो चुका है. विष्णु की काबिलियत को देखते हुए बीसीसीआई ने उसे ‘नमन अवॉर्ड्स' से सम्मानित किया है. विष्णु का लक्ष्य है कि वह इंडियन क्रिकेट टीम में शामिल होकर देश के लिए खेले.

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