साइबर ठगों ने स्वास्थ्य विभाग से डाटा चोरी कर PMMVY योजना के लाभार्थियों के खातों से उड़ाए लाखों रुपए

Matru Vandan Scheme: प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) योजना के तहत केंद्र सरकार गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को बैंक या डाकघर खाते में सीधे पैसे भेजती हैं. इस योजना का मकसद समाज के आर्थिक और सामाजिक रूप से वंचित वर्गों की महिलाओं को मातृत्व लाभ देना है. 

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Cyber Crime: बालाघाट जिले में साइबर ठगी का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां स्वास्थ्य विभाग से डाटा चुराकर जालसाजों ने मातृ वंदन योजना के लाभार्थियो के खातों से लाखों रुपए चुरा लिए. यह कारनामा साइबर जालसाजों ने स्वास्थ्य विभाग से चुराए डेटा का इस्तेमाल करके किया. लीक डेटा की मदद से ठगों ने लाभार्थियों को फोन कर उनके खातों की जानकारी जुटाई और फिर उनके खातों से योजना की राशि उड़ाने कामयाब हुए.

बालाघाट नगर मुख्यालय के निकट ग्राम खुटिया में प्रसूताओं और उनके परिजनों को एक फोन आता है, जिसमें जालसाज खुद को स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी बताता है और माृत वंदन योजना के तहत केंद्र सरकार द्वारा मुहैया कराए जाने वाली राशि को ट्रांसफर के लिए उनके खातों की जानकारी लेकर उनके खाते से सारा पैसा उड़ा लेता है. 

मातृ वंदन योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को केंद्र एकमुश्त राशि मुहैया कराती है

गौरतलब है प्रसूताओं के लिए शुरू की गई मातृ वंदन योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को केंद्र सरकार एकमुश्त राशि मुहैया कराती है. साइबर ठग स्वास्थ्य विभाग के चुराए डेटा में रजिस्टर्ड मोबाइल फोन नंबर पर फोन कर लाभार्थियों से योजना की राशि ट्रांसफर करने के लिए दर्ज बैंक खाते की पुष्टि के नाम पर ठगी को अंजाम देता है.

साइबर ठगों ने मनोज ठाकरे को बनाया पहला शिकार, उड़ाए योजना के 3999 रुपए

मिली जानकारी के अनुसार ठगों ने खुटिया ग्राम की एक प्रसूता के खाते से मनोज ठाकरे नामक ठग ने 3999 रुपए उड़ा दिए. मनोज ठाकरे को पहला शिकार बनाने के बाद साइबर ठगों ने खुटिया गांव के कई लाभार्थियों को अपना शिकार बना चुके है. खुटिया गांव में कुल 150 लाभार्थी रजिस्टर्ड हैं और ठगों ने करीब 6 लाख रुपए उनके खाते से उड़ा दिए.

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) योजना के तहत केंद्र सरकार गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को बैंक या डाकघर खाते में सीधे पैसे भेजती हैं. इस योजना का मकसद समाज के आर्थिक और सामाजिक रूप से वंचित वर्गों की महिलाओं को मातृत्व लाभ देना है. 

स्वास्थ्य विभाग का डेटा लीक होने से योजना का लाभ पाने से वंचित हो रहे हैं लाभार्थी

बताया जाता है साइबर ठगी की शिकार महिलाएं जब माृत वंदन योजना के लाभ के लिए जिला चिकित्सालय पहुंचती है, तो लाभार्थियों को पता चलता है कि उनकी राशि पहले ही हस्तांतरित हो चुकी है. माना जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग का डेटा लीक होने से लाभार्थियों योजना से वंचित हो रहे हैं, जो स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है.

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डेटा लीक को लेकर सवालों के घेरे में स्वास्थ्य विभाग, जांच कराने का दिया आश्वासन 

मामले पर सिविल सर्जन डॉक्टर निलय जैन कहा कि स्वास्थ्य विभाग डेटा लीक की जांच करवाएगी और यह जानने की कोशश करेंगे कि डाटा कैसे लीक हो रहा है . उन्होंने कहा कि लाभार्थियों की की पूरी जानकारी बाहर जा रही है तो कहीं ना कहीं डाटा लीक होने की संभावना है. उन्होंने कहा कि, दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.

गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को सीधे खाते में पैसे भेजती है सरकार 

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) योजना के तहत केंद्र सरकार गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को बैंक या डाकघर खाते में सीधे पैसे भेजती हैं. इस योजना का मकसद समाज के आर्थिक और सामाजिक रूप से वंचित वर्गों की महिलाओं को मातृत्व लाभ देना है. 

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