MP viral bridge: "मेरा एमपी बिहार से कम है क्या?" इस तंज़ के पीछे छिपी हकीकत अब सिर्फ सोशल मीडिया ट्रेंड नहीं, बल्कि जमीनी सच्चाई बन चुकी है. पहले भोपाल का 90 डिग्री वाला पुल, फिर इंदौर का Z आकार वाला पुल, और अब बालाघाट का यह X आकार का पुल, जो कोयलारी गांव में पिछले 15 वर्षों से बना हुआ है, लोगों की जान के लिए खतरा बना हुआ है.
यह पुल बालाघाट और सिवनी जिलों की सीमा पर स्थित है और इसकी बनावट ऐसी है कि आने और जाने का रास्ता क्रॉस होकर X जैसी आकृति बनाता है. स्थानीय लोगों ने इसे "अजूबा पुल" कहना शुरू कर दिया है. एक ग्रामीण ने मजाक में कहा, "भोपाल-इंदौर को छोड़िए, हम तो 15 साल पहले ही इंजीनियरिंग का चमत्कार बना चुके हैं!"
लगातार होते हैं हादसे, दर्जनों मौतें
स्थानीय लोगों के अनुसार इस पुल पर हर महीने कोई न कोई हादसा जरूर होता है. हाल ही में एक डंपर ने पुल की रेलिंग तोड़ दी और लटक गया. गनीमत रही कि कोई हताहत नहीं हुआ. लेकिन इससे पहले दर्जनों लोग इस पुल के कारण जान गंवा चुके हैं. रात में तेज रफ्तार में आने वाले वाहन चालकों को इस पुल की संरचना का अंदाजा नहीं होता और वे सीधे टकरा जाते हैं.
सिर्फ डेंजर का बोर्ड, समाधान नहीं
प्रशासन ने पुल के दोनों सिरों पर सिर्फ ‘डेंजर' लिखवाकर अपनी जिम्मेदारी निभा दी है. पुल की बार-बार मरम्मत होती है, लेकिन इसकी संरचना में बदलाव नहीं किया गया. इसीलिए ग्रामीण इसे "मौत का पुल" कहने लगे हैं.
हाईवे से जुड़ता है पुल, हर दिन गुजरती हैं 1000 गाड़ियां
यह सड़क जबलपुर से नागपुर को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ती है. इसलिए कटंगी क्षेत्र की ओर जाने वाले सभी छोटे-बड़े वाहन इसी पुल से गुजरते हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रतिदिन करीब 1,000 वाहन इस पुल से गुजरते हैं, और जो इसे पहली बार देखते हैं, वह चौंक जाते हैं.