Vidisha News: हमेशा विवादों में रहने वाला विदिशा जिला अस्पताल एक बार फिर चर्चा में है, लेकिन इस बार वजह बेहद चौंकाने वाली है. अस्पताल के एनआरसी वार्ड से दिनदहाड़े एक नवजात बच्ची को चोरी करने की कोशिश की गई, जिससे अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई. अब अस्पताल की सुरक्षा-व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं. हालांकि, महिला को बच्ची को चोरी करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया.
ग्राम हिनोतिया की रहने वाली लक्ष्मी ने अपनी एक साल की बच्ची को एनआरसी वार्ड में भर्ती कराया था. इसी दौरान शेरपुरा निवासी उर्वशी अस्पताल में दाखिल हुई और बच्ची को चुराने की कोशिश करने लगी. परिजनों की सतर्कता से बच्ची को सुरक्षित बचा लिया गया और महिला को वहीं लोगों ने पकड़ लिया.
हंगामा बढ़ता देख सुरक्षा कर्मियों को बुलाया गया और महिला को पुलिस के हवाले कर दिया.
सुरक्षाकर्मी नहीं थे मौजूद
एनआरसी वार्ड में पदस्थ पोषण प्रशिक्षक स्वाति शर्मा का कहना है कि घटना के समय सुरक्षा कर्मी मौजूद नहीं थे, जिससे यह पूरी वारदात संभव हो सकी.
महिला का मानसिक स्थिति नहीं ठीक
कोतवाली थाना प्रभारी आनंद राज के अनुसार, बच्चा चोरी की आरोपी महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. पुलिस ने महिला का मेडिकल कराया है और आगे की जांच जारी है.
सबसे बड़ी हैरानी की बात तो यह है कि अस्पताल प्रशासन इसे लापरवाही मानने से इनकार कर रहा है. दूसरी ओर नवजात चोरी की घटना को खुद भी स्वीकार कर रहा है.
सिविल सर्जन आरएल सिंह ने बताया कि अस्पताल प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की है, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया जाएगा.
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