आईसेक्ट (AISECT) ने रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी (SGSU) के साथ मिलकर “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लिटरेसी मिशन” की शुरुआत की है. इसका उद्देश्य देशभर के युवाओं को AI शिक्षा और प्रशिक्षण देकर भविष्य की तकनीक के लिए तैयार करना है. इस मिशन की शुरुआत एसजीएसयू कैंपस में पुस्तक “आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस – आर्टिफिशियल नहीं, असली क्रांति” के विमोचन के साथ की गई.
एआई के ज्ञान से सशक्त होगा युवा भारत
इस अवसर पर आईसेक्ट चेयरमैन संतोष चौबे और एसजीएसयू चांसलर डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने बताया कि यह पहल युवाओं को नई तकनीक से जोड़ने और भारत को “विकसित भारत 2047” के विजन की ओर ले जाने का प्रयास है. डॉ. चतुर्वेदी ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आने वाले समय की भाषा है और हर भारतीय युवा को यह भाषा सीखनी जरूरी है. इससे न केवल तकनीकी कौशल बढ़ेगा, बल्कि नवाचार, उद्यमिता और रोज़गार के नए अवसर भी खुलेंगे.
स्किल इंडिया और नीति आयोग की सोच के अनुरूप पहल
यह मिशन भारत सरकार के स्किल इंडिया मिशन और नीति आयोग के AI रोडमैप के अनुरूप है. नीति आयोग ने स्पष्ट कहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस “विकसित भारत 2047” के लक्ष्य को प्राप्त करने में अहम भूमिका निभाएगा. इस मिशन के तहत देशभर के टियर-2 और टियर-3 शहरों में AI और डेटा लैब्स स्थापित करने की दिशा में भी काम होगा. साथ ही कृषि, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में एआई के प्रयोग को बढ़ावा दिया जाएगा.
1 करोड़ युवाओं को मिलेगा एआई प्रशिक्षण
आईसेक्ट के चेयरमैन संतोष चौबे ने बताया कि इस मिशन का लक्ष्य वर्ष 2030 तक 1 करोड़ युवाओं को एआई शिक्षा, अनुसंधान और उद्यमिता में प्रशिक्षित करना है. उन्होंने कहा कि पहले जैसे कम्प्यूटर के लिए किताबें लिखी गईं, अब समय आ गया है कि एआई पर भी समृद्ध लिटरेचर और डेटाबेस तैयार किए जाएं ताकि इस तकनीक का सही और जिम्मेदार उपयोग सुनिश्चित किया जा सके.
देशभर में पहुंचेगा ‘एआई कौशल रथ'
मिशन की शुरुआत कौशल विकास यात्रा के साथ की गई है. इसके लिए विशेष रूप से तैयार किए गए “कौशल रथ” देशभर में गांव-गांव और शहर-शहर पहुंचेंगे. ये रथ युवाओं को Artificial Intelligence, Augmented Reality (AR) और Virtual Reality (VR) जैसी भविष्य की तकनीकों से परिचित कराएंगे. रथों में एआई से जुड़ी शैक्षणिक सामग्री, लाइव डेमो और जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी. साथ ही मुफ्त AI सेमिनार, वर्कशॉप्स और करियर काउंसलिंग सत्र भी आयोजित किए जाएंगे.
स्कूलों और कॉलेजों में भी चलेगा प्रोग्राम
इस मिशन का एक बड़ा हिस्सा शिक्षण संस्थानों के साथ साझेदारी को समर्पित है. स्कूलों और कॉलेजों में AI लिटरेसी प्रोग्राम चलाए जाएंगे. आईसेक्ट के सभी स्किल नॉलेज प्रोवाइडर्स (SKPs) और फ्रेंचाइजी केंद्रों पर कम से कम 10 निःशुल्क AI सेमिनार आयोजित करने की योजना है. शिक्षकों और प्रशिक्षकों को पहले विशेष ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि देशभर में एक समान गुणवत्ता की एआई शिक्षा दी जा सके.