तीर्थ नगरी बनेगा अमझेरा, हूबहू उज्जैन महाकाल लोक जैसा होगा श्रृंगार, CM मोहन यादव ने किया ऐलान

Amjhera will become a pilgrimage city:सीएम मोहन ने अमझेरा को तीर्थ नगरी के रूप में विकसित करने की घोषणा की और 10 गाय गौपालकों को अनुदान देने की घोषणा की. सरकार गौपालकों से दूध भी खरीदेगी और दूध उत्पादन पर बोनस भी देगी. सीएम ने कांजी हाउस की जगह गौशाला खोलने की घोषणा की.

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Teerth Nagari Amjhera : श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर रविवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव धार जिले के अमझेरा पहुंचे और श्री कृष्ण महोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने अमझेरा को तीर्थ नगरी के रूप में विकसित करने की घोषणा की. मुख्यमंत्री ने जिले में गौ-पालन को बढ़ावा देने के लिए गौ-पालकों को सरकारी अनुदान देने की भी घोषणा की. इस दौरान सीएम मटकी फोड़ कार्यक्रम में भी शामिल हुए.

सीएम मोहन ने अमझेरा को तीर्थ नगरी के रूप में विकसित करने की घोषणा की और 10 गाय गौपालकों को अनुदान देने की घोषणा की. सरकार गौपालकों से दूध भी खरीदेगी और दूध उत्पादन पर बोनस भी देगी. सीएम ने कांजी हाउस की जगह गौशाला खोलने की घोषणा की.

अमझेरा में ही भगवान श्रीकृष्ण ने किया था मां रुक्मणि का वरण 

मुख्यमंत्री मोहन ने ऐलान करते हुए कहा कि, जहां-जहां भगवान श्रीकृष्ण और श्रीराम जी के पदचिह्न है उन्हें सरकार तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करेगी. उन्होंने कहा कि उज्जैन के सांदीपनी आश्रम से शिक्षा, जानापाव में भगवान परशुराम से सुदर्शन चक्र प्राप्त किया और अमझेरा में रुक्मणि वरण न करने वाले भगवाश्री कृष्ण का दिव्य जीवन अनुकरणीय है. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने इन क्षेत्रों के विकास के विशेष कार्य करने का निर्णय लिया है.

हर साल अमझेरा में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा कृष्ण जन्मोत्सव

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने निर्णय लिया है कि हर साल हर्षोल्लास के साथ अमझेरा में कृष्ण जन्मोत्सव आयोजित किए जाएंगे, जहां समाज का हर वर्ग आनंद और उत्साह के साथ तीज-त्यौहार मनाएगा. उन्होंने कहा कि अमझेरा की धरती शौर्य और वीरता की धरती है, यहां के राणा बख्तावर सिंह ने जो लड़ाई अंग्रेजों के खिलाफ लड़ी वह अद्वितीय है.

बकौल सीएम, जहां-जहां भगवान श्रीकृष्ण और श्रीराम जी के पदचिह्न है उन्हें सरकार तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करेगी. उज्जैन के सांदीपनी आश्रम से श्रीकृष्ण ने शिक्षा प्राप्त की, अमझेरा में रुक्मणि का वरण किया और भगवान परशुराम ने जानापाव में सुदर्शन चक्र हासिल किए, 

सीएम मोहन ने बताया, क्यों भगवान श्रीकृष्ण को पुकारा जाता है माखन चोर?

मुख्यमंत्री, अमझेरा की धरती से उन 28 बलिदानियों को याद किया , जिन्होंने अपने जीवन बलिदान करके हिंदुस्तान का मस्तक को गर्व से ऊंचा किया है. भगवान श्रीकृष्ण को माखन चोर कहने वाले प्रसंग की चर्चा करते हुए सीएम ने बताया कि बृजवासियों का माखन कंस के घर न जाए इसलिए वो सारा माखन खा जाते थे और दोस्तों के साथ मटकी फोड़ देते थे.

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