महू में CM मोहन यादव ने किया आंबेडकर को किया नमन, कहा- बाबा साहेब में सामाजिक एकता को बढ़ाया, कांग्रेस ने उनके योगदान को नकारा

Ambedkar Jayanti 2025: सीएम मोहन यादव संविधान निर्माता और भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब आम्बेडकर की जन्मस्थली महू पहुंचे. उन्होंने यहां डॉ. अंबेडकर की 134वीं जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया.

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Dr. Ambedkar 134th birth anniversary: भारत के संविधान निर्माता और भारत रत्न डॉ. बाबा साहेब आम्बेडकर की 134वीं जयंती आज यानी 14 अप्रैल को पूरे देश में श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई जा रही है. मध्य प्रदेश के महू, जो बाबा साहेब की जन्मस्थली है, वहां विशेष आयोजन किए गए. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव भी शामिल हुए और आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए. 

इस मौके पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि महू में डॉ भीमराव आम्बेडकर की जन्मस्थली है और यहां एक ऐसे महापुरुष का जन्म हुआ जिसने पूरे भारतवर्ष में एकता, भाईचारा, आजादी के लिए, भविष्य में आने वाली चुनौतियों को समझते हुए सामाजिक एकता में उन्होंने एक बड़ा योगदान दिया.

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मोहन यादव ने कहा कि डॉ आम्बेडकर की कई उपलब्धियां समाज आज भी स्मरण कर गौरवान्वित महसूस करता है.  आज सभी उनके योगदान को स्मरण करने यहां आए हैं और समाज सदैव उनके बलिदान और योगदान को स्मरण करेगा.

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सीएम ने कहा कि महू जैसे पावन स्थान के लिए जो कुछ करना पड़े हम उसके लिए तैयार हैं. दो दिन पूर्व ही किसानों और दूध उत्पादन के मामले में और रोज़गार बढ़ाने के लिए डॉ भीमराव आम्बेडकर के नाम पर दूध उत्पादन की एक बड़ी योजना घोषित की है. उन्होंने कहा कि बीती रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंबेडकर जी के जन्मस्थान से दिल्ली आने-जाने के लिए ट्रेन की शुरुआत की है. यह ट्रेन इंदौर, कोटा, उज्जैन होते हुए दिल्ली पहुंचेगी. हमारी सरकार ने भी आम्बेडकर जी के सिद्धांत अपनाते हुए सर्वहारा वर्ग के लिए कई योजनाएं बनाई हैं.

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मैं भीमराव आम्बेडकर के पूरे जीवन को नमन करता हूं, संघर्षों के बावजूद भी जिस प्रकार उन्होंने समाज के लिए योगदान दिया है. इसे लेकर भारत सरकार और मध्य प्रदेश सरकार पाठ्यक्रम में उन्हें शामिल कर स्मरण करना चाहेगी.

सीएम यादव ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस ने सदा बाबा साहेब का अपमान किया है. आजादी के बाद या आजादी के पहले कांग्रेस ने उनके योगदान को नकारा है. कांग्रेस के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने आम्बेडकर जी को विधानसभा में आने से रोका. कांग्रेस के इतने पाप है कि गिनों तो कम पड़ेगा, कांग्रेस सदा आम्बेडकर जी के लिए शत्रुता का भाव रखते आई है.

उन्होंने आगे कहा कि इस पावन अवसर पर हम कामना करते हैं कि कांग्रेस अतीत के उस गलत व्यवहार की क्षमा मांगे. मुझे इस बात का संतोष है कि हमारी सरकार ने पांचो स्थान पर और जहां आम्बेडकर जी का जन्म हुआ यानी महू को एक भव्य स्थान बनाने में कार्य किया. शिक्षा भूमि नागपुर, दिल्ली और लंदन में उनके शिक्षा स्थल जैसे स्थानों पर हमारी सरकार ने पंच तीर्थ की तरह काम किया है, जिसके लिए प्रधानमंत्री का मैं आभार मानता हूं.

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