MBA Paper Leak in Indore: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर (Indore) में स्थित देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (DAVV) ने मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (MBA) पाठ्यक्रम का एक पर्चा पिछले महीने लीक होने के मामले में बुधवार को शहर के एक कॉलेज पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाने का फैसला किया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
तीन लोग हुए थे गिरफ्तार
इस कॉलेज के अध्यक्ष कारोबारी एवं भाजपा नेता अक्षय कांति बम हैं, जो आम चुनाव से ठीक पहले इंदौर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर पर्चा वापस ले लिया था और भाजपा में शामिल हो गए थे. अधिकारियों ने बताया कि एमबीए के पहले सेमेस्टर के ‘परिमाणात्मक तकनीक' (Quantitative Techniques) विषय का प्रश्न पत्र 25 मई को परीक्षा से पहले ही सोशल मीडिया पर आने के मामले में पुलिस ने आइडिलिक इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के एक कम्प्यूटर ऑपरेटर और इस संस्थान के दो छात्रों को सात जून को गिरफ्तार किया था.
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने जांच में पाया दोषी
उन्होंने बताया कि संस्थान की वेबसाइट के मुताबिक यह कॉलेज एक समिति द्वारा चलाया जा रहा है. स्थानीय कारोबारी एवं भाजपा नेता अक्षय कांति बम इस कॉलेज के अध्यक्ष हैं. डीएवीवी की कार्यपरिषद की बैठक के बाद कुलपति रेणु जैन ने संवाददाताओं को बताया कि एमबीए पर्चा लीक कांड में विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कराई गई जांच में पुष्टि हुई है कि परीक्षा से पहले गोपनीय प्रश्नपत्र को सुरक्षित रखने में आइडिलिक इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ने गंभीर चूक की.
खत्म हो सकती है मान्यता
जैन ने बताया कि हमने जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर फैसला किया है कि इस कॉलेज पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा. इसके साथ ही, अगले तीन साल तक इस कॉलेज को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया जाएगा. जहां तक डीएवीवी से महाविद्यालय की संबद्धता खत्म करने पर विचार की बात है, तो एक समिति इस विषय में फैसला करेगी. कुलपति के मुताबिक आइडिलिक इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट की एक महिला कर्मचारी ने जांच के दौरान माना कि परीक्षा से पहले प्रश्नपत्रों को पुलिस थाने के बजाय इस संस्थान के दफ्तर के लॉकर में रखा जाता था, जिसकी चाबी वहीं के एक दराज में रहती थी.
भाजपा नेता बम ने दी ये प्रतिक्रिया
महाविद्यालय के अध्यक्ष बम ने प्रतिक्रिया मांगे जाने पर समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा से कहा कि हमारे कॉलेज पर कार्रवाई को लेकर डीएवीवी प्रशासन के फैसले के बारे में हमें मीडिया के समाचारों से ही जानकारी मिली है. महाविद्यालय प्रबंधन को इस बारे में डीएवीवी प्रशासन की ओर से अब तक कोई औपचारिक आदेश नहीं मिला है. ऐसा कोई आदेश मिलने पर हम उचित कदम उठाएंगे.
बम ने चुनाव से पहले बदल लिया था पाला
इंदौर से कांग्रेस प्रत्याशी बम ने पार्टी को तगड़ा झटका देते हुए नामांकन वापसी की आखिरी तारीख 29 अप्रैल को अपना पर्चा वापस ले लिया था और वह इसके तुरंत बाद भाजपा में शामिल हो गए थे. नतीजतन इस सीट के 72 साल के इतिहास में कांग्रेस पहली बार चुनावी दौड़ से बाहर हो गई थी.
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इस घटनाक्रम के बाद निवर्तमान सांसद और भाजपा उम्मीदवार शंकर लालवानी ने अपने नजदीकी प्रतिद्वंद्वी बहुजन समाज पार्टी प्रत्याशी संजय सोलंकी को 11.75 लाख वोट के रिकॉर्ड अंतर से हराया था. यह हाल के लोकसभा चुनाव में देश भर की 543 सीटों में जीत का सबसे बड़ा अंतर है.
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