Madhya Pradesh Hindi News: छिंदवाड़ा में एक आदिवासी युवती का अपहरण कर बंधक बनाकर गैंगरेप का मामला सामने आया है. पीड़िता ने गुरुवार को मीडिया के सामने आपबीती सुनाई. उसने कहा कि 1 जून को मेरा अपहरण किया गया. जबरन शादी कराकर 12 दिन तक बंधक बनाए रखा और सात आरोपियों ने गैंगरेप किया. पीड़िता ने शिकायत के बावजूद पुलिस पर कोई कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है.
पीड़िता ने बताया कि वह आदिवासी समुदाय से है, कम पढ़ी-लिखी है और मानसिक रूप से कमजोर है. 1 जून को वह गुरैया के शांति वेयर हाउस में मजदूरी करने गई थी. शाम को बाजार में सामान खरीदते समय आरोपी अंजू ने शीतल को फोन कर बुलाया और फिर मोंटी और शीतल उसे जबरन दोपहिया वाहन से अपने साथ गुरैया देव स्थित घर ले गए. वहां रात भर उसे कमरे में बंद करके रखा गया.
मंदिर में कराया फर्जी विवाह
पीड़िता ने बताया कि अगले दिन सभी आरोपी उसे मारपीट कर गाड़ी में डालकर छिंदवाड़ा के पातालेश्वर मंदिर ले गए. यहां सुनील कंटक से उसका फर्जी विवाह करवाया। इसके बाद उसे घर में बंद कर मोबाइल तक जब्त कर लिया. युवती ने बताया कि 12 दिन तक उसके साथ लगातार रेप किया गया और जान से मारने की धमकियां दी गईं.
परिजनों ने 2 जून को दर्ज कराई थी गुमुशुदगी
परिजनों ने 2 जून को देहात थाना छिंदवाड़ा में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. परिजनों और पीड़िता का आरोप है कि पुलिस ने अब तक किसी भी आरोपी के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की है.
गुलाबी गैंग कमांडर पूर्णिमा वर्मा ने इसे पुलिस प्रशासन की लापरवाही और आदिवासी वर्ग के प्रति उदासीनता बताया.
पुलिस ने क्या कहा?
देहात थाना प्रभारी जीएस राजपूत ने बताया कि युवती ने शिकायत की है. पुलिस जांच कर रही हैं. जांच होते ही पुलिस सामने आए तथ्यों के आधार पर मामला दर्ज करेगी. पीड़िता के बयान के आधार पर आरोपी खुद उसे देहात थाना क्षेत्र के पास छोड़कर गए थे.