Cow Sanctuary: गौवंशों के लिए CG में बनेगा 154 एकड़ में अभ्यारण्य, नवंबर तक पूर्ण करने का लक्ष्य

Bilaspur Cow Sanctuary: राजधानी रायपुर के बाद बिलासपुर शहर छत्तीसगढ़ का दूसरा सबसे बड़ा शहर है, जहां सड़कों पर घूम रहे आवारा मवेशियों के कारण सड़कों पर दुर्घटनाएं लगातार होती रहती हैं, जिससे सड़क पर चलने वाले मुसाफिरों और गौ वंश सड़क दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते हैं. 

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Cow Sanctuary: छत्तीसगढ़ में गौवंशों को बचाने के लिए प्रदेश सरकार ने गौ-अभ्यारण योजना बनाई गई है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य सड़कों पर घूमते गौवंशों को एक निश्चित जगह देना है, जहां इनको सुरक्षित और संरक्षित रखा जा सके. कुल 4 जिलों को इस योजना के लिए चिन्हांकित किया गया है, जिसमें बिलासपुर जिला भी शामिल है.

राजधानी रायपुर के बाद बिलासपुर शहर छत्तीसगढ़ का दूसरा सबसे बड़ा शहर है, जहां सड़कों पर घूम रहे आवारा मवेशियों के कारण सड़कों पर दुर्घटनाएं लगातार होती रहती हैं, जिससे सड़क पर चलने वाले मुसाफिरों और गौ वंश सड़क दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते हैं. 

सड़कों को मवेशी मुक्त बनाने के लिए गौ-अभ्यारण का निर्माण

जिले की सड़कों को मवेशी मुक्त बनाने व आवारा मवेशियों के उचित प्रबंधन के लिए गौ अभ्यारणों की निर्माण की जाएगी. गौ अभ्यारण्य के विषय में जानकारी देते हुए बिलासपुर कलेक्टर अविनाश शरण ने कहा कि बिलासपुर के कोटा ब्लॉक के जोगीपुर ग्राम में गौ अभ्यारण्य प्रस्तावित है जिसे लेकर 154 एकड़ जमीन को चिन्हित किया गया है. 

154 एकड़ गौ अभ्यारण्य में रखा जा सकेगा एक हज़ार गौ वंश

उन्होंने बताया कि जिले में गौ अभ्यारण्य निर्माण के लिए शीघ्र ही पशुपालन विभाग को हस्तांतरित किया जाएगा. बिलासपुर में बनाए जाने वाले 154 एकड़ गौ अभ्यारण्य में लगभग एक हज़ार गौ वंशों को रखा जा सकेगा, जिसमें उनके इलाज और भोजन की समुचित व्यवस्था की जाएगी, इसके लिए बकायदा गौ पालक या चरवाहा की नियुक्ति भी की जाएगी. 

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