HIV Case: छतरपुर में 50 लोगों की एचआईवी से मौत, 18 साल में 396 संक्रमित, क्यों खजुराहो में बढ़ रहे AIDS के मामले?

MP HIV Case: मध्य प्रदेश के छतरपुर में 18 सालों में 396 एचआईवी के केस आ चुके हैं, जिसमें से 50 लोगों की मौत हो चुकी है. बता दें कि सबसे ज्यादा पर्यटन नगरी खजुराहो में एड्स के मामले सामने आए हैं.

Advertisement
Read Time: 4 mins
C

 HIV Cases in Chhatarpur: मध्य प्रदेश के छतरपुर  में लगातार एड्स के मामले बढ़ रहे हैं. यहां 2006 से अब तक लगभग 400 मरीज एड्स से संक्रमित हो चुके हैं, जिसमें से 50 मरीजों की मौत हो चुकी है. स्वास्थ्य विभाग ने एड्स जैसे गंभीर बीमारी से लोगों को जागरुक करने के लिए छत्तरपुर जिले में एचआईवी एड्स जागरुकता अभियान की शुरुआत की है. एक महीने तक चलने वाले अभियान के तहत स्कूल, कॉलेज, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर लोगों को एड्स के दुष्परिणाम और बचाव के उपाय बताए जाएंगे.

छतरपुर में 396 मरीज एड्स से हुए संक्रमित

सीएमएचओ डॉ.राजेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि एड्स लाइलाज बीमारी है. दुनियाभर में वैक्सीन बनाने की रिसर्च चल रही है, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिली है. इससे बचने का एकमात्र तरीका है सावधानी और जागरुकता.

राजेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि छतरपुर भी एड्स जैसी घातक बीमारी की चपेट में है. जिले में वर्ष 2006 से अभी तक 396 मरीज सामने आ चुके हैं, इसमें 60 प्रतिशत पुरुष और 40 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं. इनमें से 50 मरीजों की मौत हो चुकी है.

उन्होंने आगे बताया कि छतरपुर एकमात्र ऐसा जिला है, जहां गर्भवती महिलाएं एचआईवी पॉजिटिव पाई गई हैं, लेकिन सुखद बात यह है कि नवजात एचआईवी पॉजिटिव नहीं पाए गए.

Advertisement

पर्यटन स्थली खजुराहो में एड्स के अधिक मरीज

पर्यटन नगरी में एड्स के मरीजों की संख्या अधिक है. यहां अब तक 4 दर्जन मरीज मिल चुके हैं. बता दें कि पर्यटन स्थली होने से यहां देह व्यापार भी चरम पर है. इसके अलावा हाइवे किनारे क्षेत्रों में भी देह व्यापार का धंधा फलफूल रहा है. वहीं बुंदेलखंड में होने वाले पलायन और बड़े शहर में जाने के बाद  पुरुष अधिक महिलाओं के साथ शारीरिक संबंध बनाते हैं. वहीं जागरुकता के अभाव के चलते इनमें एड्स की बीमारी फैल रही है. यही वजह है कि में बुंदेलखंड में काफी संख्या में लोग एड्स के पीड़ित पाए जा रहे हैं.

Advertisement

एड्स पीड़ित बस में निःशुल्क कर सकते हैं सफर

नोडल अधिकारी डॉ. राजकुमार अवस्थी का कहना है कि एड्स उन्मूलन के लिए विविध कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. विशेष अभियान में जिलेभर में एड्स के संदिग्ध मरीज खोजे जाएंगे. सरकार की नई नीति के तहत एड्स से पीड़ित 
व्यक्तियों को बस में निःशुल्क सफर करने के लिए पास का प्रावधान किया है. स्वास्थ्य विभाग एड्स को लेकर अभियान छेड़े हुए हैं, लेकिन लोगों के मन में संकोच और जानकारी के अभाव में एड्स का टेस्ट समय से नहीं हो पाता है, जिससे कई लोगों की जान चली जाती है.

Advertisement

जागरुकता के अभाव में फैल रहा एड्स

बुंदेलखंड  जिले से पलायन करके बाहर जाने वाली ग्रामीण महिलाएं और पुरुष एड्स के वाहक बनते हैं. वह जब जिले में आते हैं और इनके संपर्क में आने वाले लोग भी इस जानलेवा बीमारी की गिरफ्त में आ जाते हैं. जाने-अनजाने में लोग असुरक्षित यौन संबंध, एक ही निडिल से इंजेक्शन लगवाने, बिना टेस्ट के ब्लड चढ़वाने और एड्स संक्रमित माताओं से जन्मे शिशु इसका शिकार हो जाते हैं. हालांकि एड्स जैसी गंभीर बीमारी को लेकर लोगों में दिनों दिन जागरुकता फैलाये जा रहे हैं, जिसके चलते पिछले वर्षों की तुलना में मरीजों की संख्या में कमी आई है. 

कहीं आप भी तो नहीं कर रहे ये गलती... हो जाइये सावधान

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, एड्स जैसी गंभीर बीमारी फैलने के कई कारण है. ये संक्रमित इंजेक्शन का इस्तेमाल, असुरक्षित यौन संबंध बनाने, बिना जांच किया हुआ रक्‍त ग्रहण करने से, एक से अधिक लोगों से यौन संबंध बनाने से, वेश्‍यावृति करने वालों से यौन सम्‍पर्क रखने आदि से रोग से फैलता है. बता दें कि असुरक्षित यौन संबंध बनाने वाले बीमारी अप्रवासी लोगों के अलावा ट्रक ड्राइवर कंपनी भी एड्स की जद में आ रहे हैं.

यहां जानें एड्स के लक्षण

1. गले या बगल में सूजन भरी

2. गिल्टियों का हो जाना.

3. लगातार कई सप्ताह तक अकारण वजन घटना

4.. मुंह में घाव होना.

5. बुखार रहना. लगातार खांसी की शिकायत त्वचा पर दर्द भरे और खुजली वाले चकते हो जाना.

6. फीसदी प्रकरणों में संक्रमण का कारण असुरक्षित यौन संबंध है.

ये भी पढ़े: Rain In MP: उफान पर सिंध नदी, जलमग्न हुई घाट, टापू पर फंसे 8 लोग तो तेज बहाव में बह गए 3 लोग... मध्य प्रदेश में IMD का अलर्ट

Topics mentioned in this article