इंदौर में अनोखे भिखारी! दिन में भीख मांगते रात को होटल में आराम फरमाते, पुलिस ने अब 22 को वापस भेजा राजस्थान

Beggars Sent To Rajasthan: राजस्थान वापस भेजे गए भिखारियों में 11 बच्चे और 11 महिलाएं शामिल थी, जो दिनभर शहर में भीख मांगते थे और फिर वापस होटल चले जाते थे. दिलचस्प बात यह है कि राजस्थान भेजे गए भिखारियों में एक भी पुरुष भिखारी नहीं था. सिर्फ महिलाएं-बच्चे ही शामिल थे.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
प्रतीकात्मक तस्वीर

Beggars Free Indore: इंदौर में भिखारियों के ठाठ सुनकर आप हैरान रह जाएंगे. यहां भिखारियों की एक गैंग ऐसी थी, जिसके ठाठ देख हर कोई हैरान हो गया. दरअसल, इंदौर पुलिस ने भिखारियों की ऐसे गुट को पकड़ा है जो दिनभर सड़कों पर भीख मांगता था और रात को होटल में जाकर आराम फरमाता था. गैंग के सभी लोग राजस्थान से इंदौर आए थे. अब पुलिस ने गैंग के सभी 22 लोगों को वापस राजस्थान भेज दिया है.

राजस्थान वापस भेजे गए भिखारियों में 11 बच्चे और 11 महिलाएं शामिल थी, जो दिनभर शहर में भिक्षावृत्ति करने के बाद वापस जाकर होटल चले जाते थे. दिलचस्प बात यह है कि राजस्थान भेजे गए भिखारियों में एक भी पुरुष भिखारी नहीं था. सिर्फ महिलाएं-बच्चे ही भीख मांग रहे थे.

भिखारी मुक्त अभियान को लेकर अधिकारी ने की एनडीटीवी से खास बात

रिपोर्ट के मुताबिक इसकी जानकारी तब मिली जब एक महिला कॉलर ने फोन पर बताया कि भिखारियों का पूरा गैंग इंदौर के 56 दुकान के पास देखा गया है. महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी दिनेश मिश्रा ने एनडीटीवी से खास बातचीत में इसके बारे में विस्तृत जानकारी दी और इंदौर के भिखारी मुक्त अभियान पर भी बात की. 

15 दिनों से एक होटल के तीन कमरे में रह रहे थे राजस्थान भेजे गए लोग 

दिनेश मिश्रा ने बताया कि बुधवार सुबह लगभग 11 बजे उन्हें एक कॉलर के माध्यम से सूचना मिली कि कुछ शिक्षित दिख रहीं महिलाएं और उनके साथ मौजूद छोटे बच्चे शहर के 56 दुकान के पास में घर-घर में जाकर ऑफिस में जाकर सामूहिक रूप से भीख मांग रहे हैं. सूचना के बाद मौके पर पहुंचकर भीख कर रहे कुल 11 लोगों का रेस्क्यू किया गया. 

राजस्थान भेजे गए कुल 22 लोगों में 11 छोटे बच्चे और 11 महिलाएं शामिल

उन्होंने बताया कि पूछताछ में जानकारी मिली कि वह केवल 11 लोग नहीं, बल्कि कुल 22 लोग हैं, जिनमें बहुत सारे छोटे बच्चे और महिलाएं हैं. मामले की सूचना जिला कार्यक्रम अधिकारी को दी गई और कलेक्टर को सूचना देने के बाद राजस्थान से आकर इंदौर में भिखारियों का रेस्क्यू करने का प्रोग्राम बनाया.

Advertisement
इंदौर प्रशासन रेस्क्यू कर भिखारियों को उज्जैन के सेवा धाम में पुनर्वासित करने का प्रयास कर रहा है. फिलहाल, महिला बाल विकास विभाग मुख्य भूमिका के रूप में है, जिसमें नगर निगम की टीम का पूरा सहयोग मिल रहा है. इसअभियान में होमगार्ड और कुछ एनजीओ भी जुड़े हैं. 

होटल से रह रहे सभी 22 भिखारियों को वापस राजस्थान भेजा गया

 रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार शाम को उस होटल के बारे में पता किया, जहां वो रुके हुए थे. इसके बाद छोटे ग्वालटोली क्षेत्र के टीआई और थाना स्टाफ के साथ होटल पहुंचे तो पता चला कि सभी 22 लोग तीन से चार कमरों में वहां रुके हुए थे, जो वहां करीब 15 दिन से रह रहे थे. होटल से सभी की जानकारी लेने के बाद सभी को वापस राजस्थान भेज दिया गया.

 अभी तक 100 से अधिक भिखारी रेस्क्यू कर भेज चुके हैं  सेवा धाम

कलेक्टर के निर्देशानुसार भिखारियों को उज्जैन के सेवा धाम में पुनर्वासित करने का प्रयास किया जा रहा है. फिलहाल, महिला बाल विकास विभाग मुख्य भूमिका के रूप में है, जिसमें नगर निगम की टीम का पूरा सहयोग मिल रहा है. इसअभियान में होमगार्ड और कुछ एनजीओ भी जुड़े हैं. इंदौर से 100 से अधिक भिखारी रेस्क्यु किए जा चुके हैं.

ये भी पढ़ें-Good News: मुस्कुराते चेहरे के साथ मध्य प्रदेश लौटे सभी तीर्थयात्री, चार दिन तक नेपाल में भूखे-प्यासे फंसे थे इतने लोग?

Advertisement