World Earth Day 2025: क्यों मनाते हैं पृथ्वी दिवस, क्या है इस साल का थीम? 'आवर पावर, आवर अर्थ' का क्या है महत्व, यहां जानें इतिहास

Earth Day 2025: पृथ्वी दिवस मनाने के पीछे का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण की तरफ लोगों का ध्यान खींचकर यह कोशिश करना है कि सभी लोग पृथ्वी को खुशहाल बनाए रखने में अपना योगदान दें. ऐसे में यहां जानते हैं कि आखिर क्यों मनाया जाता है विश्व पृथ्वी, क्या है महत्व और इसका इतिहास.

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World Earth Day 2025 Theme, History, Importance: हर साल 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस World Earth Day) यानी ‘अर्थ डे' मनाया जाता है. इसे पृथ्वी दिवस के नाम से भी जाना जाता है. यह खास दिन भारत समेत विश्व के लगभग 195 से ज्यादा देशों में मनाया जाता है. पृथ्वी दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण की तरफ सभी का ध्यान खींचना. साथ ही यह भी कोशिश करना कि सभी पृथ्वी को खुशहाल बनाए रखने में योगदान दें.

इस खास मौके पर जानिए इस साल पृथ्वी दिवस की क्या थीम (Earth Day Theme) है, इस दिन का क्या है इतिहास और पर्यावरण संरक्षण में कैसे दे अपना योगदान.

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क्यों मनाते हैं विश्व पृथ्वी दिवस (why we celebrate Earth Day)

आज जब दुनिया भर में प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिंग और जंगलों की कटाई जैसी समस्याएं बढ़ रही है, तो पृथ्वी दिवस का महत्व और भी जयादा बढ़ जाता है. पृथ्वी दिवस मनाने के पीछे का उद्देश्य लोगों को पर्यावरण से जुड़ी समस्याओं (प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण को बढ़ावा देना, दूषित हवा और जल, प्लासिटक का कचरा और पेड़ों की कटाई) के प्रति जागरूक करना है और पर्यावरण संरक्षण में आने वाली चुनौतियों से लड़ना. यह दिन यह भी बतलाता है कि कैसे धरती को बचाने के लिए एक साथ मिलकर काम करना होगा.

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पृथ्वी दिवस 2025 की थीम (Earth Day 2025 Theme)

हर साल पृथ्वी दिवस एक खास थीम के साथ मनाते हैं. साल 2025 में भी पृथ्वी दिवस की थीम है- 'आवर पावर, आवर अर्थ' (Our Planet, Our Earth). इस थीम पर पृथ्वी दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों, संगठनों और देशों की सरकार को क्षय होने वाले ऊर्जा स्त्रोतों को दोबारा इस्तेमाल किए जाने वाले स्त्रोतों में बदलना और एक टिकाउ भविष्य की नींव रखने के लिए प्रेरित करना है.

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'आवर पावर, आवर अर्थ' थीम के माध्यम से यह लक्ष्य निर्धारित करना है कि साल 2030 तक दुनियाभर में उत्पादित अक्षय ऊर्जा की मात्रा को तीन गुना करना, जिसमें भूतापीय, ज्वारीय, पवन, जलविद्युत और सौर ऊर्जा जैसे स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों पर विशेष जोर दिया जाएगा. 

पृथ्वी दिवस मनाने का इतिहास (Earth Day History) 

दुनिया में पहली बार पृथ्वी दिवस मनाने की शुरुआत 22 अप्रैल, 1970 को अमेरिका में हुई, जिसका श्रेय राजनेता और पर्यावरण एक्चिविस्ट सीनेटर जेलार्ड नेल्सन को जाता है. पहली बार अमेरिका में लगभग 2 करोड़ लोगों ने एक साथ पृथ्वी दिवस मनाया था. इसके बाद एक्टिविस्ट डेनिस हायस भी जेलार्ड के साथ इस मुहिम में जुड़ गए.

दरअसल, साल 1969 में कैलिफोर्निया के सांता बारबरा में तेल रिसाव की वजह से त्रासदी हो गई थी. इस हादसे में कई लोग आहत हुए, जिसके बाद पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम करने का फैसला लिया गया.  

इसके बाद साल 1990 में 141 राष्ट्रों के 20 करोड़ लोगों ने पृथ्वी दिवस मनाया था और साल 1992 में ब्राजील में होने वाली यूनाइटेड नेशंस की एनवायरमेंट और डेवलपमेंट कॉन्फ्रेंस की नींव रखी थी. इसके बाद हर साल पृथ्वी दिवस मनाते हैं. 

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