Monsoon Diseases: बरसात का मजा, बीमारियों की सजा, जानिए डॉ फोर्टिस हॉस्पिटल की Prevention Tips

Illnesses During Monsoon: मौसम परिवर्तन होने से लोगों में बुखार, उल्टी, दस्त और कमजोरी जैसी शिकायतें बढ़ जाती हैं. एलर्जी होने के मामले भी बढ़ जाते हैं. बैक्टीरियल इन्फेक्शन का खतरा रहता है। अचानक तापमान में बदलाव होने से भी बीमारियां होने लगती हैं. जिन लोगों का इम्यून सिस्टम पहले से कमज़ोर होता है उनमें भी कई तरह की समस्याओं का खतरा बना रहता है.

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Most Common Monsoon Diseases: इस साल देश के कई स्थानों में गर्मी ने रिकॉर्ड तोड़ दिया था, वहीं अब मानसून (Monsoon 2024) के आने से राहत मिली है. लेकिन बारिश (Rain) अपने साथ राहत के साथ-साथ आफत भी लाती है. बारिश के आते ही मौसम सुहाना हो जाता है और बाहर घूमने व भींगने का मजा बढ़ जाता है. लेकिन बरसात में मजा सजा भी बन सकती है क्योंकि ये अपने साथ कई बीमारियां (Monsoon Diseases) लाती है. हवा में नमी बढ़ने से कई तरह के इन्फेक्शन (Infections During Mansoon Season) होने के खतरे बढ़ जाते हैं. आइए भोपाल के डॉ फोर्टिस हॉस्पिटल (Dr Fortis Hospital) से जानते हैं कि कैसे इन बीमारियों से बचा जा सकता है. इसके साथ ही हमें मानसून में क्या सावधानियां बरतनी चाहिए इसके बारे में भी हेल्थ टिप्स जानेंगे.

मानसून में कैसे खतरे बढ़ जाते हैं?

मौसम परिवर्तन होने से लोगों में बुखार, उल्टी, दस्त और कमजोरी जैसी शिकायतें बढ़ जाती हैं. एलर्जी होने के मामले भी बढ़ जाते हैं. बैक्टीरियल इन्फेक्शन का खतरा रहता है। अचानक तापमान में बदलाव होने से भी बीमारियां होने लगती हैं. जिन लोगों का इम्यून सिस्टम पहले से कमज़ोर होता है उनमें भी कई तरह की समस्याओं का खतरा बना रहता है.

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मानसून के दौरान उमस की वजह से स्किन इन्फेक्शन की समस्या बढ़ जाती है, डाइजेशन संबंधी परेशानियों के मामले भी बढ़ जाते हैं. जलभराव व गंदगी से मच्छर पैदा होते हैं जिससे मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया जैसी मच्छरजनित बीमारियां बढ़ जाती हैं. 

बारिश में बीमारियों से बचने के लिए क्या करें?

भोपाल के डॉ फोर्टिस हॉस्पिटल के डॉक्टर्स की ओर से कुछ टिप्स साझा की गई हैं, आइए उन पर एक नजर डालते हैं- 

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►पानी में भीगने से बचें, घर से बाहर निकलते वक्त छाता या रेन कोट साथ रखें.

►सूती और आरामदायक कपड़े पहनें, जिससे अगर आप भीग भी जाएं तो जल्दी से सूखे कपड़े पहनें.

►सर्दी, जुकाम, खांसी, बुखार और बॉडी पेन को इग्नोर ना करें, तुरंत डॉक्टर से मिलें और उचित इलाज करवाएं.

►पर्याप्त नींद लें और एक्सरसाइज करें.

►घर से बाहर निकलते वक्त मास्क लगाएं , ये आपको दूसरों के संक्रमण से बचाएगा.

►बाहर से जब भी घर के अंदर आइए अच्छी तरह से हाथ-पैर धोएं.

►कीटाणुनाशक चीजों का छिड़काव घरों में करें.

►सब्जियों और फलों को अच्छी तरह से धोकर ही प्रयोग करें.

►बासी या फ्रिज में रखा ठंडा खाना भी मानसून सीजन में ना खाएं.

►स्ट्रीट फूड से परहेज़ करें.

►उबला पानी पिएं.

इम्यून सिस्टम मज़बूत रखें : ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें, जिससे इम्यूनिटी बढ़े.

►कच्चा खाना न खाएं.

►ठंडी चीजें खाने से परहेज़ करें.

इसके अलावा इन उपायों के इस्तेमाल से बीमार होने से बचे रहेंगे 

1) शाम के समय पार्क या ऐसे जगह न जाए जहां लंबी घास और जंगल हो. यहां डेंगू-मलेरिया वाले मच्छरों के काटने खतरा अधिक बढ़ जाता है.
2) घर और आसपास की जगहों में सफाई बना कर रखें. ठहरे हुए पानी को फेंकते रहें.
3) मच्छरों से बचने के लिए कोशिश करें. सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें.
4) अपने घर की सभी खिड़की दरवाजे बंद रखे या उनपर जाली लगवाए जिससे मच्छर या कीड़ा अंदर न आ पाए.
5) बीमार पड़ने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाए और अपना इलाज करवाए.

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