International Women's Day History and Theme: दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women's Day) हर साल 8 मार्च को सेलिब्रेट किया जाता है. यह पिछले लगभग एक सदी से मनाया जा रहा है. इस खास दिन को दुनिया भर की महिलाओं के अधिकारों, समानता और उपलब्धियों के सम्मान के रूप में याद किया जाता है. ऐसे में आज जानते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुरूआत कहां से और कब हुई. साथ ही ये भी जानेंगे कि साल 2025 में थीम क्या है?
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुरूआत 20वीं सदी के शुरुआत में यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका में बढ़ते महिला आंदोलनों के बाद हुई. इसलिए महिला दिवस मनाने का श्रेय यूरोप और अमेरिका की आंदोलनजीवी महिलाओं को दिया जाता है.
महिला दिवस 2025 की थीम (Women's Day 2025 Theme)
हर साल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को एक विशेष थीम के साथ मनाया जाता है. इस साल के लिए थीम 'एक्सीलरेट एक्शन (Accelerate Action)' तय की गई है. इसका मतलब है 'तेजी से कार्य करना' है.
जानें महिला दिवस का इतिहास
दरअसल, लगभग 116 साल पहले साल 1908 में न्यूयॉर्क शहर में हजारों की संख्या में महिलाओं ने अपनी मांगों को लेकर परेड निकाली थी. इस आंदोलन में महिलाएं काम के घंटों में कमी, काम करने पर अच्छी सैलेरी और वोट डालने के अधिकार की मांग कर रही थीं.
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने के लिए 8 मार्च ही क्यों?
दुनिया भर में 8 मार्च को महिला दिवस मनाया जाता है. इसकी खास वजह है कि 8 मार्च को ही अमेरिका की महिलाओं ने अपने अधिकारों की लड़ाई शुरू की थी. बाद में सोशलिस्ट पार्टी ने इस दिन को महिला दिवस के रूप में मनाने का ऐलान किया था.हालांकि इसके बाद यूरोप की महिलाओं ने भी अपने अधिकारी के लिए 8 मार्च को रैलियां निकाली, जिसके बाद साल 1975 में संयुक्त राष्ट्र ने 08 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मान्यता दे दी.
बता दें कि 19 मार्च 1911 को ऑस्ट्रिया, जर्मनी, डेनमार्क और स्विट्जरलैंड में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवास मनाया गया था, इसके बाद 8 मार्च 1971 को रूसी महिलाओं के हड़ताल किया, जिसके बाद महिला दिवस की तारीख को बदलकर 08 मार्च कर दिया था. तभी से अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 08 मार्च को मनाते हैं.
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