Chaitra Navratri 2024: खरमास में शुरु हो रही है चैत्र नवरात्रि, इसका रखें ख्याल, जानिए क्या करें क्या नहीं?

Kharmas 2024 Date: पंचांग के मुताबिक़ 14 मार्च से खरमास की शुरुआत हो रही है, जिसका समापन 13 अप्रैल को किया जाएगा, इस दिन सूर्यदेव मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करेंगे और खरमास की अवधि समाप्त होगी और 9 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि शुरू होगी,  इसका समापन 17 अप्रैल को होगा.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Chaitra Navratri 2024: हिन्दू धर्म में नवरात्रि का त्योहार मनाने के लिए लोग बहुत उत्साहित रहते हैं. नौ दिनों तक माता की पूजा-अर्चना कर के उन्हें प्रसन्न करते हैं. इस बार चैत्र नवरात्रि की शुरूआत 9 अप्रैल से होगी और खरमास (Kharmas) का समापन 13 अप्रैल को होगा. चैत्र नवरात्र के पांच दिनों तक कुछ कार्यों को नहीं करना चाहिए (Chaitra Navratri me kya nahi karna chahiye) और वहीं खरमास के समापन के बाद मांगलिक कार्य किए जा सकते हैं. हम आपको इसी के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं...

क्या करें, क्या नहीं? 

खरमास के दौरान कुछ कार्यों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए नहीं तो अशुभ परिणाम देखने को मिलते हैं और खरमास के दौरान शुद्ध शाकाहारी भोजन करना चाहिए वैसे तो पूरे नवरात्रि में मांस मदिरा का त्याग करना चाहिए, लेकिन शुरू में 5 दिन बेहद ख़ास होते हैं.

खरमास के दौरान सुबह और मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं, धार्मिक मान्यता के मुताबिक खरमास में इन कार्यों को करने फल की प्राप्ति नहीं होती है. खरमास में मांगलिक कार्यों के साथ साथ सगाई और शादी भी नहीं की जाती है, इसीलिए इसके बाद ही लोग शादी संबंधित चीज़ों के बारे में आगे बढ़ते हैं. यदि कोई संपत्ति या घर ख़रीदना चाहता है तो भूलकर भी खरमास के दिनों में नहीं करना चाहिए.

खरमास में तामसिक भोजन का सेवन भूलकर भी न करें खरमास की अवधि में बिज़नेस या किसी कारोबार की शुरुआत करने से भी बचें.

यह भी पढ़ें: Chaitra Navratri 2024: कब से शुरू होगी चैत्र नवरात्रि? शुभ मुहूर्त से पूजा विधि तक पंडित जी से जानिए पूरी जानकारी

Advertisement

कब से हो रही है खरमास की शुरुआत?

पंचांग के मुताबिक़ 14 मार्च से खरमास की शुरुआत हो रही है, जिसका समापन 13 अप्रैल को किया जाएगा, इस दिन सूर्यदेव मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करेंगे और खरमास की अवधि समाप्त होगी और 9 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि शुरू होगी,  इसका समापन 17 अप्रैल को होगा.

खरमास में श्री हरि का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए एकाक्षरी बीज मंत्र का जाप करना चाहिए, इस मंत्र का जाप करने के लिए लाल चंदन की माला बेहतरीन उपाय है, साथ ही इस मंत्र का जाप सूर्यदेव को अर्घ्य देते समय भी कर सकते हैं.

Advertisement

यह भी पढ़ें: Chaitra Month 2024: चैत्र माह में धर्म और मौसम के हिसाब से क्या करना सही है क्या नहीं? जानिए यहां

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष व लोक मान्यताओं पर आधारित है. इस खबर में शामिल सूचना और तथ्यों की सटीकता के लिए NDTV किसी भी तरह की ज़िम्मेदारी या दावा नहीं करता है.)

Advertisement