Chaitra Month 2024: चैत्र माह में धर्म और मौसम के हिसाब से क्या करना सही है क्या नहीं? जानिए यहां

हिन्दू धर्म में चैत्र माह (Chaitra ka mahina) का धार्मिक महत्व है और इस समय मौसम भी तेज़ी से बदलने लगता है, ऐसे में धर्म और मौसम के हिसाब से कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए, आइए जानते हैं चैत्र माह में क्या करना सही है और क्या नहीं? 

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Chaitra 2024: हिन्दू पंचांग (Hindu Calendar) के अनुसार चैत्र माह से हिंदू नव वर्ष (Hindu Nav Varsh) का पहला महीना शुरू हो जाता है. इस साल यह माह 26 मार्च से 23 अप्रैल तक रहेगा, इस दौरान रामनवमी (Ramnavmi) के दिनों देवी दुर्गा की पूजा (Devi durga puja) अर्चना की जाती है. हिन्दू धर्म में चैत्र माह (Chaitra ka mahina) का धार्मिक महत्व है और इस समय मौसम भी तेज़ी से बदलने लगता है, ऐसे में धर्म और मौसम के हिसाब से कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए, आइए जानते हैं चैत्र माह में क्या करना सही है और क्या नहीं? 

सूती और वस्त्रों का पहनना

चैत्र माह में गर्मी शुरू होने लगती है, इसीलिए बासी भोजन करने से बचना चाहिए, इस महीने में भोजन में तरल पदार्थ ज़्यादा से ज़्यादा खाना चाहिए और फलों का सेवन करना चाहिए, इसके साथ ही सूती और हल्के वस्त्रों को पहनना चाहिए.

ध्यान और योग

चैत्र माह के साथ ही गर्मी तेज होती है. जिसके कारण लोगों में आलस की भावना आती है इसीलिए सुबह जल्दी विस्तार छोड़ने की कोशिश करें और दिन की शुरुआत ध्यान और योग करने के साथ करें, इससे मन शरीर का आलस दूर होगा और सेहत तंदुरुस्त होगी.

पेड़-पौधों को पानी

तेज पड़ने वाली गर्मी से पेड़-पौधों को भी काफ़ी नुकसान होता है, इसीलिए इस माह में रसीले फल का दान करना शुभ माना जाता है और यदि घर में आपके पेड़ पौधे लगे हैं तो उन पर दिन में 2 बार कम से कम पानी विशेष रूप से देना चाहिए, ये उपाय करने से जीवन में परेशानियाँ नहीं आती है.

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नीम की पत्ती

चैत्र माह में प्रातःकाल नीम की पत्ती चबाना शुरू कर देना चाहिए, इससे मौसम बदलने से होने वाले इंफेक्शन से बच सकते हैं, नीम के पत्तों को आप गुण के साथ खा सकते हैं.

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