Akshay Tritiya 2024: क्यों मनाया जाता है अक्षय तृतीया का त्योहार? पंडित जी से जानिए शुभ मुहूर्त व महत्व

When is Akshaya Tritiya in 2024? अक्षय तृतीया के दिन कई पौराणिक घटनाएं हुई (Many mythological events happened on the day of Akshaya Tritiya)थी इसीलिए इस दिन के अबूझ मुहूर्त का इंतज़ार लोग पूरे साल करते हैं, पंडित दुर्गेश ने साल अक्षय तृतीया 2024 के शुभ मुहूर्त और महत्व की जानकारी दी है, आइये जानते हैं अक्षय तृतीया (Aksha tritiya kyu manate hain) की मान्यताओं के बारे में...

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Akshay Tritiya Shubh muhurt 2024: अक्षय तृतीया इस बार 10 में शुक्रवार को है. अक्षय तृतीया को धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हर प्रकार के लिए शुभ माना जाता है, इस दिन लोग सोना-चांदी और नया सामान खरीदते हैं, हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया के दिन पूजा पाठ का भी विशेष लाभ मिलता है, इस दिन लक्ष्मी की पूजा (Laxmi Puja) करने से घर में सुख-समृद्धि आती है, अक्षय तृतीया के दिन कई पौराणिक घटनाएं हुई (Many mythological events happened on the day of Akshaya Tritiya)थी इसीलिए इस दिन के अबूझ मुहूर्त का इंतज़ार लोग पूरे साल करते हैं, पंडित दुर्गेश ने साल अक्षय तृतीया 2024 के शुभ मुहूर्त और महत्व की जानकारी दी है, आइये जानते हैं अक्षय तृतीया (Aksha tritiya kyu manate hain) की मान्यताओं के बारे में...

अक्षय तृतीया का शुभ मुहूर्त

अक्षय तृतीया इस बार 10 मई शुक्रवार को पड़ रही है, इस दिन सुबह 4 बजकर 17 मिनट पर होगा और इसका समापन 11 मई के दिन सुबह 2 बजकर 50 मिनट पर होगा, अक्षय तृतीया का शुभ मुहूर्त 10 मई के दिन सुबह 05 बज कर 49 मिनट से दोपहर 12  बज कर 30 मिनट के बीच होगा, मान्यता है कि अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त में किए हर काम में सफलता मिलती है.

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इस दिन के कई खास महत्व

अक्षय तृतीया का धार्मिक महत्व बहुत खास माना जाता है. इसे युगादि तिथि भी कहा जाता है, इस दिन को लेकर मान्यता है कि भगवान विष्णु के परशुराम अवतार का जन्म हुआ था और इस दिन ही युधिष्ठिर को कृष्ण जी ने अक्षय पात्र दिया था, जिसमें कभी भी भोजन समाप्त नहीं होता था और इसी पात्र से युधिष्ठिर अपने जरूरतमंद लोगों को भोजन करवाते थे, इसीलिए अक्षय तृतीया के दिन दान-पुण्य करने का विशेष महत्व है. अक्षय तृतीया के दिन त्रेता युग का आरंभ हुआ था, इस दिन गंगा का अवतरण भी धरती पर हुआ था, इसीलिए अक्षय तृतीया के दिन को साल का सबसे शुभ मुहूर्त माना जाता है और लोग इस दिन शुभ कार्य करने के लिए पूरे साल इस दिन का इंतज़ार करते हैं.

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दान में दें ये चीजें

मत्स्य पुराण के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन अक्षत, पुष्प, दीप द्वारा भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की आराधना करने से इनकी कृपा विशेष रूप से भक्तों पर बरसती है. इस दिन पवित्र नदियों में स्नान कर जल, अनाज, गन्ना, सत्तू, सुराही, हाथ से बने पंखें आदि का दान करने से विशेष फल मिलता है.

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