विजय नगर पुलिस इंदौर द्वारा एक अन्तरराज्यीय फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया गया है. मार्कशीट बनाने वाले सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया हे. आरोपी अपने गिरोह के साथ यह गोरखधंधा पिछले 5 सालो से कर रहे थे. यह गिरोह अब तक 1000 से अधिक फर्जी मार्कशीट बना चुका है. गिरोह द्वारा B. H.M.S., B.A.M.S., B FARMA, M. FARMA, D. FARMA, G.N.M., LABE TECH. एवं 10वी, 12वी की फर्जी मार्कशीट्स बनाते थे. फिहाल पुलिस आरोपी से उसके अन्य साथियो और फर्जी मार्कशीट किस को बनाकर दी उनके बारे में पूछताछ कर रहे हैं.
दरअसल, इंदौर की विजय नगर थाना पुलिस को मुखबीर से सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति जिसका नाम दिनेश पिता सेवकराम तिरोले उम्र 41 साल निवासी 40, गणेशधाम कालोनी खंडवा का है. एक अन्य आरोपी संतोष जो अपने साथियो के साथ मिलकर पिछले पांच सालों से फर्जी मार्कशीट 8वी, 10वीं, 12वीं, बी.ए.एम.एस. तथा तथा अन्य प्रकार कि जाली मार्कशीटे तैयार कर लोगों से लाखो रुपये रुपये लेकर मार्कशीटें देते है.
इसी आधार पर मुखबिर जी सूचना पर पर डीसीपी अभिषेख आनंद द्वारा एक टीम बनाई गयी और मुखबीर कि बताई लोकेशन गणेश कालोनी खंडवा रोड पर दबिश दी गई जिसके बाद आरोपी दिनेश तिरोले और मनीष के घर पर दबिश देकर उसे गिरफ्तयर किया. उसके घर से पुलिस से लगभग 50-60 फर्जी मार्कशीट जो दिल्ली, बिहार, म.प्र., पंजाब, राजस्थान व कई प्रान्तो व यूनिवर्सिटी के नाम से फर्जी तरीके से यूनिवर्सिटी के नाम से बनाई गई मार्कशीटे मिली है. जिसे पुलिस ने जप्त किया है.
अभिषेक आनंद , डीसीपी इंदौर ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि आरोपियों द्वारा सैंकड़ों लोगो को 8वी, 10वी, 12वी, बी.ए.एम.एस. तथा तथा अन्य प्रकार कि फर्जी मार्कशीटे बेची हैं. इसी मार्कशीट के गोरखधंधे से आरोपियों ने करोड़ों रुपये अवैध रुप से कमाये हैं.
पूरे मामले में आरोपी के साथ और भी कई लोग जुड़े हे इस संबंध में आरोपी दिनेश और मनीष से पुछताछ की तो उन्होंने बताया कि यूनवर्सिटी से संपर्क कर उनकी डिमांड पर फर्जी मार्कशीट बनाते थे. वही गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में पूछताछ की जा रही है. पूछताछ के बाद इस पुरे मामले कई और बड़े नाम आने की सम्भावना पुलिस द्वारा जताई जा रही है. सात पुलिस उन लोगों का भी पता लगा रही है जिन्होंने आरोपियों से मार्कशीट प्राप्त कर इसका लाभ अर्जित किया है.