इंदौर में 'सुपर-30' के आनंद कुमार ने छात्रों को दिए सफलता के मंत्र

सुपर 30 के सुपर हीरो के रूप में पहचाने जाने वाले पद्मश्री से सम्मानित गणितज्ञ आनंद कुमार ने इंदौर में बताया स्टूडेंट्स को सफलता का मंत्र.

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सुपर 30 के सुपर हीरो के रूप में पहचाने जाने वाले पद्मश्री से सम्मानित गणितज्ञ आनंद कुमार ने इंदौर में बताया स्टूडेंट्स को सफलता का मंत्र. इंदौर के डेली कॉलेज में आयोजित एक स्टूडेंट्स मीट को संबोधित करते हुए गणितज्ञ आनंद कुमार ने
स्टूडेंट को बताया कि कैसे किसी प्रश्न को हल किया जा सकता है और उनके पास सफलता के क्या 4 मंत्र है. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा हायर एजुकेशन में कोचिंग ऐप एक महत्वपूर्ण पाठ हो गया है, जिसे लेकर सरकार को पॉलिसी बनाना चाहिए.

डेली कॉलेज इंदौर के स्टूडेंट्स के बीच पहुंचे देश के सफल गणितज्ञ पद्मश्री से सम्मानित आनंद कुमार के द्वारा यहां आयोजित एक स्टूडेंट मीट को संबोधित किया गया इस दौरान उन्होंने अपने शुरू से अब तक के कैरियर की पूरी जानकारी स्टूडेंट के साथ शेयर की. उन्होंने बताया कि उनका सुपर 30  कैसे काम कर रहा है. उन्हें डोनेशन के भी कई ऑफर आए. ऑनलाइन पढ़ाई से लेकर पूरे देश में एक सुपर थर्टी 30  की चेन बनाने का भी ऑफर मिला. जिसमें वह करोड़ों रुपए कमा सकते थे लेकिन जिस तरह वह एक मध्यमवर्गीय परिवार में पले बड़े और उन्होंने पढ़ाई की यही वजह है कि उनके द्वारा जो बच्चे आर्थिक रूप से कमजोर है और पढ़ाई में अच्छा करना चाहते हैं उन्हें सही मुकाम दिलाना उनका मकसद है.

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मीडिया से कहा हायर एजुकेशन के कोचिंग सेंटर्स को लेकर बने पॉलिसी

देश के सफ़ल गणितज्ञ पद्मश्री आनंद कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस समय देश में हायर एजुकेशन को लेकर जो कोचिंग संस्थान चल रहे हैं. उन पर नियंत्रण करने के लिए सरकार को एक पॉलिसी जरूर लाना चाहिए साथ ही उन्होंने देश की शिक्षा नीति की तारीफ की और बताया कि किस तरह वे एक नया शिक्षा का सुपर 30  का मॉड्यूलर ला रहे हैं. जिससे प्राइमरी शिक्षा से लेकर हायर एजुकेशन तक सभी को अच्छी शिक्षा उन के माध्यम से मिल सके इसकी वह कोशिश कर रहे हैं. देश के सबसे स्वच्छ इंदौर शहर की भी उन्होंने प्रशंसा की और कहा कि वाकई यह शहर स्वच्छ है. यहां के लोग भी बहुत अच्छे हैं जो अतिथि का काफी सत्कार करते हैं.
 

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सफलता का पहला मंत्र प्रबल प्रयास

पद्मश्री आनंद कुमार ने इंदौर में जो सफलता के 4 मंत्र बताए, उसमे सफलता के पहले मंत्र में उन्होंने कहा कि दिन रात सोते बैठते हर समय आप जो करना चाहते हैं. वह चलते रहना चाहिए को लेकर पूरे वक्त सोचते रहे शिक्षा अपने समय लेकिन खेल की तरफ पूरा ध्यान दें. अगर आप शिक्षा में कुछ करना चाहते हैं तो आपके दिमाग में फिजिक्स , केमेष्ट्री के फार्मूले  हर वक्त होना चाहिए. रात में पढ़ाई के बाद आप सोए आपकी जैसे ही नींद खुली फिर दिमाग में आ जाना चाहिए. हमें इसका फार्मूला चाहिए उसका फार्मूला चाहिए अगर यह सब चलने लगे तो आप समझ लीजिए कि आप सफल हो रहे हैं.  अगर आपके दिमाग में दूसरा दूसरा सब्जेक्ट आ रहा है तो आप समझ गए कि आप आगे नहीं बढ़ रहे हैं मैक्स चलते रहना चाहिए मुझसे एक बच्चे ने कहा कौन सी कोचिंग ज्वाइन करूं.  मैंने कहा सुबह उठते ही अगर तुम्हारे दिमाग में फिजिक्स , केमिस्ट्री ,मेक्स , फिजिक्स ,केमिस्ट्री  चलने लगे तो आपको कोई कोचिंग ज्वाइन करने की जरूरत नहीं है. 

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सफलता का दूसरा मंत्र सकारात्मक सोच

दूसरा मंत्र है सकारात्मक सोच कभी आपके दिमाग में 1% से भी कम दिमाग में यह बात आती है कि यह नहीं होगा तो निश्चित वह नहीं होगा. हंड्रेड परसेंट पॉजिटिविटी होना चाहिए पॉजिटिव थॉट्स से दिमाग खराब होने से बचेगा. जब ऐसे बच्चे जिनके पास कुछ नहीं है  iit-jee कर लेते हैं ,साइंस में स्कॉलरशिप जीतकर पूरे वर्ल्ड में रिकॉर्ड बना सकते हैं आप हमारे पास तो सुविधाएं अच्छा खाना है पढ़ने के लिए किताबें है.  बस पॉजिटिव भाव से भर जाए अगर आप जिस दिन अपने आप को दिन ही कमजोर मान लेंगे उस दिन आप सफल नहीं हो सकते.


सफलता का तीसरा मंत्र अथक प्रयास

सफलता का तीसरा मंत्र अथक प्रयास  बिना थके बिना रुके लगातार प्रयास करते रहे अगर 11:00 बजे आपकी क्लास नहीं चल रही है तो भी आप पढ़ते रहिए रात 11:00 भी पढ़ते रहिए  कोई 2:00 बजे रात को ही पड़ना है सुबह 4:00 बजे भी पड़ना है अलग-अलग टाइम पर जब मौका मिलता है नशा जैसा आप पढ़ना शुरू कर दें ऐसे ही  बच्चे का रिजल्ट थोड़ी अच्छा आता है  कि सिर्फ हम पढ़ाने का प्रयास करते हैं बच्चा खुद भी तो पड़ता है.

 सफलता का चौथा मंत्र असीम धैर्य

सफलता का चौथा मंत्र असीम धैर्य  आपने सुना आनंद सर बोल रहे हैं अच्छा बता रहे हैं  हम अच्छा सीख रहे हैं 1 दिन पड़ा 2 दिन पड़ा रिजल्ट नहीं आया छोड़ दिया एक ही घंटे के बाद निराश हो गए कभी-कभी में अपने बच्चो को कोई फार्मूला देता हूं इसे  बना कर लाओ नहीं बना कर लाया 4 दिन बाद बोलता है चलते रहो फिर कोशिश करो फिर 4 दिन बाद पूछा बनाएं नहीं सर ठीक है  धैर्य रखना पड़ेगा 10 दिन बीत जाता हमें कुछ नहीं पता चला यही तो जीवन है मेहनत कर रहे हो ना हां यही असीम धैर्य आपको सिखाएगा जरूर एक दिन. 

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