खालिस्तान समर्थकों को अवैध हथियारों की आपूर्ति का आरोपी इंदौर में चोरी की वारदातों में गिरफ्तार

अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त ने बताया, ‘‘बरनवाला और उसके साथियों ने इंदौर में एक अगस्त से 20 अगस्त के बीच अलग-अलग इलाकों में घूम-घूमकर 15 सूने घरों में सेंध लगाकर चोरी का प्रयास किया.

विज्ञापन
Read Time: 15 mins

खालिस्तान समर्थकों को अवैध हथियारों की आपूर्ति के आरोपी 35 वर्षीय बदमाश और उसके गिरोह के चार साथियों को इंदौर में चोरी की सिलसिलेवार वारदातों को अंजाम देने के आरोप में धर दबोचा गया है. मध्य प्रदेश पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त अभिनय विश्वकर्मा ने बताया कि इंदौर के अलग-अलग इलाकों में चोरी की सिलसिलेवार वारदातों को लेकर सरगना राजेंद्र सिंह बरनवाला (35) और उसके गिरोह के चार साथियों- बादल, राजेश, सिद्धांत और बलवंत सिंह को गिरफ्तार किया गया है.

उन्होंने बताया, ‘‘बरनवाला को दिल्ली पुलिस ने वर्ष 2021 में 18 अवैध पिस्तौलों के साथ गिरफ्तार किया था. तब उस पर आरोप था कि वह खालिस्तान समर्थकों को अवैध हथियारों की आपूर्ति करता है.''विश्वकर्मा के मुताबिक अवैध पिस्तौलों को लेकर दिल्ली में दर्ज मामले में बरनवाला करीब दो महीने जेल में रहा था और फिलहाल जमानत पर बाहर था.

Advertisement

अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त ने बताया, ‘‘बरनवाला और उसके साथियों ने इंदौर में एक अगस्त से 20 अगस्त के बीच अलग-अलग इलाकों में घूम-घूमकर 15 सूने घरों में सेंध लगाकर चोरी का प्रयास किया. वे इनमें से तीन घरों में घुसने में कामयाब रहे जहां उन्होंने सोने-चांदी के सिक्कों और नकदी पर हाथ साफ कर दिया.''

Advertisement

उन्होंने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस से कहा कि उन्होंने सोने-चांदी के चुराए गए सिक्के एक सुनार को बेच दिए थे और उनके इस दावे की तसदीक की जा रही है. विश्वकर्मा ने कहा कि बरनवाला और उसके साथी ताला-चाबी बनाने की आड़ में अवैध पिस्तौल बनाकर देश भर में इनकी आपूर्ति का काम करते हैं.

Advertisement

उन्होंने बताया कि जांच में पता चला है कि बरनवाला का गिरोह उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के कुछ कुख्यात गिरोहों को भी अवैध हथियारों की आपूर्ति कर चुका है. अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ जारी है और इनसे मिले सुरागों के आधार पर अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त के बड़े नेटवर्क के खुलासे की उम्मीद है.