Zelensky Trump Fight : यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की शुक्रवार को अपने अमेरिका दौरे पर रहे. जेलेंस्की यहां शांति वार्ता और मिनिरल्स डील के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ वार्ता करने आए थे. लेकिन व्हाइट हाउस में हुई इस वार्ता के दौरान जो बाते हुईं, उसके बाद से दुनिया भर में इनकी इस मुलाकात को लेकर चर्चा जोर पकड़ रही है. ट्रंप और जेलेंस्की के बीच ओवल ऑफिस में जो हुआ, उसे दुनिया ने देखा. नोंक-झोंक के बाद से शांति समझौता खटाई में पड़ गया है. बता दें दोनों के बीच तल्खी 2019 से ही कायम है, वो साल जब ट्रंप को अपने पहले महाभियोग का सामना करना पड़ा था.
जेलेंस्की पर अमेरिका का अपमान करने का आरोप
इस दौरान ट्रंप, उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और जेलेंस्की के बीच तीखी बहस हुई. वेंस ने जेलेंस्की पर अमेरिका का अपमान करने का आरोप लगाया, तो ट्रंप ने यूक्रेनी राष्ट्रपति को कई बार टोका और फटकार लगाई. ट्रंप ने जेलेंस्की पर तीसरे विश्व युद्ध की गैंबलिंग का आरोप भी लगाया. इसके बाद नाराज जेलेंस्की तेज कदमों से बाहर निकलते दिखे. ये तो हुई हाल की बात, दोनों के रिश्ते जुलाई 2019 में ही बिगड़ गए थे. दरअसल, ट्रंप ने एक फोन कॉल किया था जेलेंस्की को. इस वार्ता के बाद X पर पोस्ट करते हुए ट्रंप ने जेलेंस्की पर बड़े आरोप लगाए हैं. साथ ही कहा, "उन्होंने प्रतिष्ठित ओवल ऑफिस में संयुक्त राज्य अमेरिका का अनादर किया. वह तब वापस आ सकते हैं जब वह शांति के लिए तैयार हों."
भ्रष्टाचार की जांच करने के लिए कहा था
ट्रंप ने जेलेंस्की से पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन, (जो 2020 के चुनाव में उनके खिलाफ डेमोक्रेटिक पार्टी के सबसे दमदार उम्मीदवार थे) और उनके बेटे हंटर के खिलाफ संभावित भ्रष्टाचार की जांच करने के लिए कहा था. वहीं, उन्होंने कॉल से पहले के दिनों में यूक्रेन को दी जाने वाली लगभग 400 मिलियन डॉलर की सहायता रोक दी थी. हालांकि बाद में उन्होंने इसे जारी भी कर दिया था.ट्रंप के आरोप हंटर बाइडेन पर केंद्रित थे. उनके मुताबिक चूंकि हंटर को ऊर्जा क्षेत्र में कोई अनुभव नहीं था, फिर भी यूक्रेनी गैस कंपनी बरिस्मा के निदेशक बना दिए गए. उस समय जो बाइडेन उप-राष्ट्रपति के तौर पर यूक्रेन से डील कर रहे थे.
ट्रंप और जेलेंस्की के बीच अविश्वास और गहरा गया
यूक्रेन को सहायता और रूस के विरोध पर दोनों दलों की सहमति थी, लेकिन ट्रंप ने अमेरिका के समर्थन के बावजूद कीव की क्षमता पर सवाल उठाना शुरू कर दिया, जिससे राजनीतिक क्षेत्र में दरार पैदा हो गई और रिपब्लिकन उनके पीछे पड़ गए या खामोशी इख्तियार कर ली. यह तब और भी बदतर हो गया जब ट्रंप ने युद्ध का समाधान खोजने के लिए सीधे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से संपर्क किया.
इस बीच, पिछले महीने उनका गुस्सा तब खुलकर सामने आया जब जेलेंस्की ने ट्रंप पर "गलत सूचनाओं की दुनिया में रहने" का आरोप लगाया. ये ट्रंप के जेलेंस्की द्वारा रूस संग युद्ध शुरू करने की टिप्पणी और 'तानाशाह' (जेलेंस्की को) कहने के बाद दिया गया बयान था.
पिछले सप्ताह रियाद में हुई थी बैठक
बदले हुए परिदृश्य के संकेत के रूप में, अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में रूस के साथ मिलकर यूक्रेन द्वारा मास्को के आक्रमण की निंदा करने वाले प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया. यूक्रेन को छोड़कर युद्ध को समाप्त करने का तरीका खोजने के लिए पिछले सप्ताह रियाद में अमेरिका और रूस के वरिष्ठ राजनयिकों की बैठक हुई.
यूरोपीय नेताओं ने एक पुल के रूप में काम करने की कोशिश की
जब ऐसा लगा कि रूस और अमेरिका युद्ध को समाप्त करने और यूक्रेन के भविष्य को लेकर कोई समझौता करने जा रहे हैं, तो जेलेंस्की ने इसका विरोध किया और कहा कि उनका देश कभी भी ऐसे समझौते को स्वीकार नहीं करेगा जिसका वह हिस्सा नहीं है. इससे ट्रंप भड़क गए, जबकि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर जैसे यूरोपीय नेताओं ने एक पुल के रूप में काम करने की कोशिश की, लेकिन वो ज्यादा सफल नहीं हो पाए. उनके और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच टकराव के केंद्र में विश्वास है.
जेलेंस्की ने बैठक के बाद जानें क्या कहा ?
वार्ता के बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने X पर अपनी प्रतिक्रिया दी. जेलेंस्की ने लिखा धन्यावाद अमेरिका. आपके समर्थन के लिए आपका धन्यवाद. साथ ही ट्रंप और अमेरिका के लोगों समेत अमेरकीय कांग्रेस को भी धन्यवाद देते हुए कहा कि यूक्रेन को स्थाई शांति की जरूरत है. हम इसी के लिए काम कर रहे हैं.
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