Sanatan Hindu Ekta Padyatra 2025: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र शास्त्री की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा छठवें दिन ब्रज क्षेत्र में पहुंची, जहां एकता और सद्भाव की मिसाल देखने को मिली. सराय गांव में मुस्लिम समाज के लोगों ने धीरेंद्र शास्त्री का स्वागत किया. इस दौरान शास्त्री ने सभी धर्मों में भाईचारे का संदेश दिया और मुस्लिम समाज से अपील की कि वे अपने बच्चों को राष्ट्रप्रेम और शांति की शिक्षा दें.
दरअसल, सराय गांव पहुंचने पर सरपंच इरशाद खान, साहुन खान और अन्य लोगों ने भगवा शाल ओढ़ाकर धीरेंद्र शास्त्री का सम्मान किया. इस मौके पर शास्त्री ने कहा कि वे किसी धर्म या समाज के विरोधी नहीं हैं. उन्होंने कहा कि हम एपीजे अब्दुल कलाम को सैल्यूट करते हैं और रसखान के भजन गाते हैं. सभी समाज मिलकर राष्ट्र निर्माण में योगदान दें, बच्चों को जिहाद या आतंक के रास्ते पर न जाने दें, बल्कि उन्हें राष्ट्रवादी बनाएं.
'देश हमारी मिट्टी है, इसके लिए मर मिटेंगे'
इस मौके पर सरपंच इरशाद खान ने कहा कि वे और उनका समुदाय, शास्त्री जी के विचारों को समाज तक पहुंचाने की पूरी कोशिश करेंगे. उन्होंने कहा कि यह देश हमारी मिट्टी है, इसके लिए हम मर मिटेंगे. खान ने दिल्ली की घटना को गलत ठहराया और भरोसा दिया कि वे इस विषय पर अपने समुदाय की बैठकों में चर्चा करेंगे ताकि समाज में एकता बनी रहे.
संतों और बुजुर्गों के साथ हुआ ध्वजारोहण
हर दिन की तरह छठवें दिन की शुरुआत भी हनुमान चालीसा और ध्वजारोहण से हुई. ध्वजारोहण में 85 वर्षीय किशन सिंह, 65 वर्षीय मोहनदास और अन्य संत शामिल हुए. धीरेंद्र शास्त्री ने 90 वर्ष की शांति देवी को मंच पर बुलाकर सम्मानित किया. वहीं 85 वर्ष की गुलबंदी देवी मंच पर पहुंचते ही भावविभोर होकर झूम उठीं.
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'एकता देखकर जल रहे लोग'— साध्वी प्रज्ञा ठाकुर
इस पदयात्रा में भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर भी शामिल हुईं. बंचारी में उन्होंने कहा कि सनातन हिंदू एकता का जो सैलाब उमड़ रहा है, उसे देखकर कुछ लोग जल रहे हैं. भगवान से प्रार्थना है कि वे पूरी तरह जल जाएं. उन्होंने कहा कि महाराज धीरेंद्र शास्त्री देश को ऊंचाई पर ले जाने की सोच रखते हैं और सबको एक करने के लिए सड़क पर उतरे हैं. साध्वी ने कहा कि जहां हिंदू है, वहीं संविधान है. हिंदू न रहेगा तो संविधान भी नहीं रहेगा.
बुखार में भी जारी रखी यात्रा
धूल और थकावट के कारण धीरेंद्र शास्त्री की तबीयत बिगड़ गई है. उनका बुखार 104 डिग्री तक पहुंच गया, लेकिन इसके बावजूद वे यात्रा में लगातार पैदल चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि शरीर का हर कतरा सनातन के लिए है. बुखार बढ़े या घटे, हम रुकेंगे नहीं. डॉ. गजेंद्र सिंह ने बताया कि शास्त्री को वायरल बुखार है और फिलहाल उनका तापमान 100 डिग्री से अधिक है, लेकिन वे यात्रा जारी रखे हुए हैं.
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