छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh Assembly Elections 2023) राज्य में उत्तर क्षेत्र के बलरामपुर जिले में रामानुजगंज विधानसभा क्षेत्र है, जो अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. पिछले विधानसभा चुनाव, यानी वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में यहां कुल मिलाकर 188701 मतदाता थे, जिन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी बृहस्पत सिंह को 64580 वोट देकर जिताया था. उधर, बीजेपी उम्मीदवार रामकिशुन सिंह को 31664 वोट हासिल हो सके थे, और वह 32916 वोटों से हार गए थे.
इसी तरह वर्ष 2013 में रामानुजगंज विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी बृहस्पत सिंह को जीत हासिल हुई थी, और उन्होंने 73174 वोट हासिल किए थे. इस चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार राम विचार नेताम को 61582 वोट मिल सके थे, और वह 11592 वोटों के अंतर से दूसरे स्थान पर रहे थे.
इससे पहले, रामानुजगंज विधानसभा क्षेत्र में वर्ष 2008 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी पार्टी के प्रत्याशी राम विचार नेताम ने कुल 54562 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी, और कांग्रेस उम्मीदवार बृहस्पत सिंह दूसरे स्थान पर रहे थे, जिन्हें 50352 मतदाताओं का समर्थन हासिल हो सका था, और वह 4210 वोटों के अंतर से विधानसभा चुनाव हार गए थे.
गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव, यानी विधानसभा चुनाव 2018 में छत्तीसगढ़ में 68 सीटें जीतकर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनी थी, और पार्टी ने भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री बनाया था. इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) के रमन सिंह का 15 साल तक चला कार्यकाल खत्म हो गया था. BJP इस चुनाव में महज़ 15 सीटें ही अपनी झोली में डाल पाई थी. 2018 में छत्तीसगढ़ में सत्ता में कैसे बदलाव हुआ था, इसे समझने के लिए 2013 के चुनाव परिणाम पर भी निगाह डालनी होगी. तब BJP को 49 सीटें मिलीं थीं और कांग्रेस को 41 सीटें, लेकिन दोनों के बीच वोट शेयर का अंतर महज़ 1 फीसदी से भी कम था. अब भूपेश सरकार के पास राज्य में पहली बार बनी कांग्रेस सरकार को रिपीट करने की चुनौती है, तो BJP एन्टी-इन्कम्बेन्सी के सहारे फिर सत्ता पाने की जुगत में लगी है.