Ramadan 2025 News: रमज़ान का चांद शुक्रवार को नजर नहीं आया. लिहाजा मुसलमानों का पाक महीना रमजान 2 मार्च से शुरू होगा. देर शाम मरकज़ी रुयते हिलाल कमेटी मस्जिद-ए-जामा मुंबई ने आज माह-ए- रमज़ानुल मुबारक 1446 का चाँद ना दिखने का ऐलान किया है.
इसके अनुसार अब शनिवार से तरावीह की नमाज और रविवार को देश भर में पहला रोजा रखा जाएगा.
बेहद खास है रमजान का महीना
इस्लाम मजहब में रमजान महीना बेहद खास और इबादत वाला माना गया है. मुसलमान इस महीने रोजा रखकर अल्लाह की इबादत करते हैं. मस्जिदों में आम दिनों से अधिक भीड़ होती है. वहीं शहर की इबादतगाहों में तरावीह की नमाज भी बड़े पैमाने पर अदा की जाती है. बता दें कि आज देर शाम तक भी चांद कमेटियों को आसमान में चांद नहीं नजर आया. ऐसे में अब दो मार्च से रमजान के आगाज का ऐलान किया गया.
ईद के चांद का दीदार...
इस महीने की शुरुआत चांद के दिखाई देने से होती है. वहीं ईद का चांद निकलने के साथ इस महीने का समापन होता है. चांद दिखने के बाद अगले दिन इस्लाम को मानने वाले ईद उल फितर मनाते है और एक दूसरे को सिवईयां खिलाकर मुंह मीठा कराते हैं.
इस्लामी कैलेंडर का नौवां महीना
रमजान का महीना इस्लामी कैलेंडर का नौवां महीना है. इसे मुसलमान पूरी दुनिया में रोजा रखकर मनाते हैं. रमजान के दौरान मुसलमान सूर्योदय से सूर्यास्त तक उपवास रखते हैं, इसी को रोजा कहा जाता है. इफ्तारी के वक्त खजूर का सेवन किया जाता है. बता दें कि इसका धार्मिक ही नहीं सेहत के लिहाज से भी अहमियत है. रमजान के बाद ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन मुसलमान एक-दूसरे को मुबारकबाद देते हैं और अपने परिवार, दोस्तों के साथ मिलकर खुशियों का इजहार करते हैं.
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