Super Exclusive: 'गुजरात के पास कोई सुविधा नहीं फिर भी इंडस्ट्री में आया रेवोल्यूशन', PM ने बताया कैसे हो सकता है 'भारत का विकास'

PM Narendra Modi Super Exclusive Interview: एनडीटीवी से PM मोदी ने कहा कि इंडस्ट्रियल रिवॉल्यूशन का हिस्सा बनना बहुत जरूरी है और भारत पूरी तरह इंडस्ट्रियल रिवॉल्यूशन में टेकऑफ स्टेज पर है.

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पीएम नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने NDTV को दिए Exclusive Interview में ये दावा कि गुजरात के पास कोई सुविधा नहीं होने के वाबजूद विकास कर रहा है.  एग्रिकल्चर में गरीब होने के बाद भी रेवोल्यूशन आया. एग्रिकल्चर में रेवोल्यूशन आया. इंडस्ट्री में रेवोल्यूशन आया.'

PM ने कहा, 'गुजरात एक ऐसा राज्य है, जिसके अपने पास कोई मिनिरल्स नहीं हैं. ज्यादा से ज्यादा नमक के सिवा कुछ है नहीं गुजरात के पास. ऐसे समय में गुजरात एक ट्रेडस स्टेट बन गया था. एक तो 10 साल में से 7 साल अकाल, तो एग्रिकल्चर में भी हम पुअर थे. उसके बाद रेवोल्यूशन आया. एग्रिकल्चर में रेवोल्यूशन आया. इंडस्ट्री में रेवोल्यूशन आया.'

एडिटर-इन-चीफ संजय पुगलिया ने पीएम मोदी से सवाल करते हुए पूछा, 'आपके जो ग्रोथ के जो टारगेट उसमें एग्रीकल्चर से लोगों को शिफ्ट करना और मैम्युफैक्टरिंग को बढ़ाना, पीएलआई की सफलता बहुत सारे सेक्टर्स में बहुत अच्छी रही है, लेकिन यहां पर हमको लगता है कि बहुत सारा काम करने की जरूरत है ताकि लोग भारत में प्रॉड्यूस करें, आईफोन एक उदाहरण है और उसको एक्स्ट्रापोलेट करने की जरूरत है.

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इस सवाल का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'जिन लोगों ने बाबा साहेब आंबेडकर का अध्ययन किया है.. वह एक बहुत अच्छी बात बताते थे. हमारे देश के राजनेताओं ने उनकी अनदेखी की है. बाबा साहेब कहते थे देश में इंडस्ट्रियल रेवोल्यूशन बहुत जरूरी है, क्योकि देश का जो गरीब, आदिवासी है वह जमीन का मालिक है ही नहीं, वह एग्रीकल्चर में कुछ कर नहीं सकता. उसके लिए इंडस्ट्रियल रेवोल्यूशन का हिस्सा बनना बहुत जरूरी है और इसीलिए मैं मानता हूं कि भारत में एग्रीकल्चर पर जितना बोझ हम कम करेंगे, आज उस पर बोझ बहुत है.

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पीएम मोदी ने आगे कहा, 'बोझ कम करने के लिए कानून काम नहीं करता है. डायवर्सिफिकेशन काम करता है. यह तब होता है जब आप डिसेंट्रिलाइज्ड वे में इंडस्ट्रियल नेटवर्क हो. तो दो बेटे हैं तो एक बेटा इंडस्ट्री के काम में चला जाएगा. तो एग्रीकल्चर को वायबल बनाना, मजबूत बनाने के लिए भी इंडस्ट्रियल डेवलेपमेंट जरूरी है. हम एग्रीकल्चर का वैल्यू एडिशन करने वाले इंडस्ट्री जितनी ज्यादा बढ़ाते हैं, तो सीधा-सीधा फायदा है. नहीं तो हम डायवर्सिफिकेशन की तरफ ले जाएं, तो उसका फायदा है.'

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एग्रिकल्चर में गरीब होने के वाबजूद रेवोल्यूशन आया: पीएम मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, 'मेरा गुजरात का अनुभव रहा है. गुजरात एक ऐसा राज्य है, जिसके अपने पास कोई मिनिरल्स नहीं हैं. ज्यादा से ज्यादा नमक के सिवा कुछ है नहीं गुजरात के पास. ऐसे समय में गुजरात एक ट्रेडस स्टेट बन गया था. एक तो 10 साल में से 7 साल अकाल, तो एग्रिकल्चर में भी हम पुअर थे. उसके बाद रेवोल्यूशन आया. एग्रिकल्चर में रेवोल्यूशन आया. इंडस्ट्री में रेवोल्यूशन आया. वह अनुभव मुझे यहां बहुत काम आ रहा है. हमें कलस्टर डिवेलप करने चाहिए. जैसे एक छोटी सी स्कीम है, वह डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट. यह उस जिले की पहचान बन रही है. उसमें वैल्यू एडिशन हो रहा है. टेक्नॉलजी आ रही है, क्वालिटी आ रही है.'

हम मोबाइल फोन के इंपोर्टर थे, अब एक्सपोर्ट कर रहे: पीएम 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'आज देखिए भारत में आॉटोमोबाइल इंडस्ट्री बहुत तेजी से बढ़ रही है. इलेक्ट्रिक वीकइल का बाजार बढ़ रहा है.. हमने स्पेस को ओपन कर दिया है. स्पेस में इतने स्टार्टअप आए हैं कि सारे स्टार्टअप टेक्नॉ़लजी को लीड कर रहे हैं. हम मोबाइल फोन इंपोर्टर थे. आज हमें दुनिया में मोबाइल फोन के दूसरे सबसे बड़े निर्माता हैं.'

7 में से 1 आईफोन भारत में बन रहा

पीएम ने कहा, 'हम दुनिया के अंदर आईफोन एक्सपोर्ट कर रहे हैं. दुनिया में से 7 में से 1 आईफोन हमारे यहां बनता है.'

पीएम ने कहा, 'गुजरात में जो मेरा जो डायमंड का अनुभव रहा है, आज दुनिया में 10 में से 8 डायमंड वो होते हैं, जिसमें किसी न किसी हिंदुस्तानी का हाथ लगा होता है. अब उसका नेक्स्ट स्टेज मैं देख रहा हूं. ग्रीन डायमंड का. लैब ग्रोन डायमंड का. दुनिया मे उसका बहुत बड़ा मार्केट हो रहा है.'

पीएम बोले- 'डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग में बहुत तेजी से कर रहे काम'

पीएम ने आगे कहा, 'मैं जब गुजरात में था तो शुरुआत थी, लेकिन अब काफी बढ़ रहा है. आने वाले दिनों में लैब ग्रोन डायमंड में भी हम काफी प्रगति करेंगे. सेमी कंडक्टर...हम कुछ ही दिनों में चिप लेकर आएंगे. मैं मानता हूं कि ट्रांसपोर्ट से जुड़ी चीजों का जो कारोबार है उसमें हो सकता है हम हब बन जाएं. हम डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग में बहुत तेजी से काम कर रहे हैं. करीब एक लाख करोड़ रुपये का डिफेंस प्रॉडक्शन आज मेरे देश में शुरू हुआ है. करीब 21 हजार करोड़ का डिफेंस एक्सपोर्ट हुआ है. हमारे आंत्रपनोर्स हैं, उनको भी लगा है कि हम बना सकते हैं और दुनिया हमसे खरीद रही है. भारत पूरी तरह इंडस्ट्रियल रेवोल्यूशन में टेकऑफ स्टेज पर है.'

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