NDTV Creators मंच: जहां संवाद, सृजन और संस्कृति आते हैं साथ, सोच और सपनों को देते हैं आकार NDTV Creators दरअसल एक पुल है, जिसके एक छोर पर सिनेमा है, दूसरे पर साहित्य; एक ओर मीडिया है, दूसरी ओर मेधा. यह वह जगह है, जहां रचनात्मकता किसी एक विधा तक सीमित नहीं रहती, बल्कि एक साझा मंच पर संवाद करती है.
समकालीन भारत की रचनात्मक हलचलों को समझने और महसूस करने का सबसे बेहतरीन जरिया है NDTV Creators मंच. यह केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि उन आवाजों का संगम है, जो हमारी सोच, समाज और सपनों को आकार देती हैं.
यहां मंच सजता है, शब्दों से और मंच पर आते हैं वे चेहरे, जिनके शब्दों और दृष्टिकोण ने लाखों लोगों को छुआ है - कभी कविता के जरिये, कभी सिनेमा में तो कभी उपन्यास के पात्रों में, और कभी मंचों की ओजस्विता में.
जावेद अख्तर, जिनकी शायरी और संवाद भारतीय सिनेमा की आत्मा बन गए हैं. चेतन भगत जिन्होंने नई पीढ़ी को उपन्यासों की तरफ मोड़ा और हिंदी-अंग्रेज़ी की खाई पाट दी. इम्तियाज़ अली, जिनकी फिल्मों में किरदार भी यात्राएं करते हैं और दर्शक भी. गगन गिल, एक ऐसा नाम जिन्होंने कविता को अपनी भाषा और संवेदना से एक ऊंचाई दी. गरिमा श्रीवास्तव, दिव्य प्रकाश दुबे, सत्या व्यास, अविनाश मिश्र, ये सब वे नाम हैं जो हिंदी साहित्य और पटकथा लेखन को नई दिशा और नया पाठक वर्ग दे रहे हैं. कुमार विश्वास जिनकी कविता न केवल मंच पर गूंजती है बल्कि जनमन में भी बसती है.
ब्यूरोक्रेट्स भी आ रहे
इनकी उपस्थिति आयोजन को एक समृद्ध साहित्यिक और सांस्कृतिक उत्सव में बदल देती है. यह मंच सिर्फ रचनाकारों तक सीमित नहीं है. यहां वे ब्यूरोक्रेट्स भी आ रहे हैं, जिन्होंने अपने मन से लेखन को चुना, जिन्होंने सरकारी फाइलों से निकलकर जीवन की सूक्ष्मतम परतों को कलम के जरिये उकेरा है. उनका अनुभव, उनकी दृष्टि, और उनका लेखन समाज के एक अलग ही आयाम को सामने लाता है.