CM Mohan Yadav in Jaipur: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव (MP CM Mohan Yadav) रविवार को लंबे समय से लंबित पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) पर चर्चा करने के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) से मिलने जयपुर (Jaipur) पहुंचे. सीएम यादव ने कहा कि वह पार्वती, चंबल और काली सिंध नदियों के जल बंटवारे पर फैसला लेने के लिए आए हैं, जिससे दोनों राज्यों और लाखों किसानों को फायदा होगा.
परियोजना को लेकर अहम फैसले लेंगे दोनों राज्य
जयपुर एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए मोहन यादव ने कहा, 'मध्य प्रदेश और राजस्थान सरकारें पार्वती, चंबल और काली सिंध के लंबे समय से लंबित नदी जल वितरण को लेकर कुछ फैसले लेने जा रही हैं.' उन्होंने कहा, 'यह फैसला न केवल दोनों राज्यों की भलाई के लिए होगा बल्कि लाखों किसानों के जीवन में भी बदलाव लाएगा. यह पर्यटन, उद्योगों और अन्य क्षेत्रों में विकास के अवसरों के द्वार भी खोलेगा.'
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इन जिलों को मिलेगा परियोजना का लाभ
पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी), एक महत्वाकांक्षी पेयजल और सिंचाई जल परियोजना है. इसकी घोषणा बीजेपी सरकार ने राज्य के 2017-18 बजट में की थी. इसकी घोषणा पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों में पीने और सिंचाई के पानी की समस्या का स्थायी समाधान करने के लिए की गई थी. इन जिलों में झालावाड़, बारां, कोटा बूंदी, सवाई माधोपुर, अजमेर, टोक, जयपुर, दौसा, करौली, अलवर, भरतपुर और धौलपुर शामिल हैं.
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राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने केंद्र से ईआरसीपी को राष्ट्रीय महत्व की परियोजना घोषित करने की मांग की थी. सीएम मोहन यादव ने विकास के मुद्दों पर राज्यों को नेतृत्व प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया.