18th Lok Sabha Speaker Election: वर्तमान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) ही दोबारा से लोकसभा के अध्यक्ष (Lok Sabha Speaker) बनने जा रहे हैं. मंगलवार को तेजी से चले राजनीतिक घटनाक्रम में सत्तारूढ़ भाजपा (BJP) ने सहयोगी दलों के साथ विचार-विमर्श के बाद लोकसभा के नए अध्यक्ष का नाम फाइनल कर दिया. सरकार की तरफ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने स्पीकर के पद पर सर्वसम्मति बनाने के लिए विपक्षी दलों से बातचीत की. वहीं मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले ओम बिरला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) से मुलाकात भी की थी.
I.N.D.I.A. vs NDA
भाजपा सांसद ओम बिरला ने 18वीं लोकसभा के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया. जहां एनडीए ने ओम बिरला को वहीं INDIA ब्लॉक ने कांग्रेस सांसद के सुरेश को अध्यक्ष पद के लिए मैदान में उतारा है.
PM मोदी से ओम बिरला की मुलाकात
संसद भवन स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय (PM Office) में यह मुलाकात हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यालय में ओम बिरला, अमित शाह और जेपी नड्डा के साथ उच्चस्तरीय बैठक भी की. बताया जा रहा है कि एनडीए (NDA) के घटक दलों की बैठक होगी जिसमें लोकसभा के नए अध्यक्ष के नामांकन पत्र को भरने की औपचारिक प्रक्रिया पूरी की जाएगी. हालांकि लोकसभा के डिप्टी स्पीकर के पद को लेकर विपक्षी दलों के साथ सरकार की बातचीत अभी जारी है.
विपक्ष ने मांगा डिप्टी स्पीकर का पद
वहीं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा, "मल्लिकार्जुन खरगे के पास केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह का फोन आया राजनाथ सिंह जी ने खरगे जी से अपने स्पीकर के लिए समर्थन मांगा, विपक्ष ने साफ कहा है कि हम स्पीकर को समर्थन देंगे लेकिन विपक्ष को डिप्टी स्पीकर मिलना चाहिए. राजनाथ सिंह जी ने कल शाम कहा था कि वे खरगे जी कॉल रिटर्न करेंगे अभी तक खरगे जी के पास कोई जवाब नहीं आया है. पीएम मोदी (PM Modi) कह रहे हैं रचनात्मक सहयोग हो फिर हमारे नेता का अपमान किया जा रहा है. नीयत साफ नहीं है. नरेंद्र मोदी जी कोई रचनात्मक सहयोग नहीं चाहते हैं. परंपरा है कि डिप्टी स्पीकर विपक्ष को होना चाहिए विपक्ष ने कहा है अगर परंपरा को रखा जाएगा तो हम पूरा समर्थन देंगे." लोकसभा अध्यक्ष के नामांकन पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख और सांसद अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि विपक्ष की मांग यही थी कि उपाध्यक्ष विपक्ष का हो.
सत्ता दल की निंदा
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, "पहले उपाध्यक्ष कौन होगा ये तय करें फिर अध्यक्ष के लिए समर्थन मिलेगा, इस प्रकार की राजनीति की हम निंदा करते हैं. स्पीकर किसी सत्तारूढ़ पार्टी या विपक्ष का नहीं होता है वो पूरे सदन का होता है, वैसे ही उपाध्यक्ष भी किसी पार्टी या दल का नहीं होता है पूरे सदन का होता है. किसी विशिष्ट पक्ष का ही उपाध्यक्ष हो ये लोकसभा की किसी परंपरा में नहीं है."
यह भी पढ़ें: रानी दुर्गावती बलिदान दिवस: मुगलों के आगे सिर नहीं झुकाने वाली महान योद्धा और गोंड शासक की ऐसी है कहानी
यह भी पढ़ें: Lok Sabha Speaker: ओम बिरला फिर से होंगे लोकसभा स्पीकर
यह भी पढ़ें : Lok Sabha Speaker Election: पीएम मोदी से मुलाकात, NDA के ओम बिरला दोबारा बनेंगे लोकसभा अध्यक्ष
यह भी पढ़ें : औरंगजेब के आक्रमण की याद दिलाने वाला विदिशा का रायसेन गेट ध्वस्त, गुहार के बाद भी नहीं बचा पायी सरकार