Char Dham Yatra Information: उत्तराखंड (Utrakhand) की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा (Char Dham Yatra Date) इस साल 10 मई से शुरू होने जा रही है. गंगोत्री (Gangotri), यमुनोत्री (Yamnotri) और केदारनाथ (Kedarnath) के कपाट 10 मई को अक्षय तृतीया (Akshaya Tirtaya) के शुभ अवसर पर खुलेंगे, जबकि बद्रीनाथ मंदिर (Badrinath Temple) के कपाट 12 मई को खुलेंगे. गंगोत्री धाम (Gangotri gham) के कपाट स्थानीय समयानुसार ठीक दोपहर 12:25 बजे खुलंगे. वहीं, बद्रीनाथ धाम के कपाट 12 मई को सुबह 6 बजे खुलेंगे. इसके अलावा केदारनाथ धाम के कपाट 10 मई से सुबह 7 बजे खुले जाएंगे.
इसके लिए पर्यटन विभाग ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है. इसके साथ ही इस साल चारधाम यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों के पंजीकरण का रिकॉर्ड टूट रहा है. इस वर्ष महज सात दिनों में ही पंजीकरण की संख्या 12.48 लाख पहुंच गई है. पिछले साल एक सप्ताह में लगभग चार लाख यात्रियों ने पंजीकरण किया था.
पर्यटन विभाग ने चारधाम यात्रा में देश-दुनिया से आने वाले तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए 15 अप्रैल से पंजीकरण शुरू किया था. रविवार को एक लाख से अधिक यात्रियों ने बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री और हेमकुंड साहिब की यात्रा के लिए पंजीकरण कराया. पर्यटन विभाग के अनुसार अब तक 12.48 लाख यात्री पंजीकरण करा चुके हैं. इसमें केदारनाथ के लिए सबसे ज्यादा पंजीकरण 4,22,129, बद्रीनाथ धाम के लिए 3,56,716, गंगोत्री धाम के लिए 2,31,983, यमुनोत्री धाम के लिए 2,19,619 जबकि हेमकुंड साहिब के लिए 17,684 यात्रियों ने पंजीकरण कराया है.
यात्रा के लिए ऐसे करें रजिस्ट्रेशन
- आधिकारिक चार धाम यात्रा पंजीकरण वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर जाएं
- रजिस्टर या लॉगिन विकल्प पर क्लिक करें.
- अपना व्यक्तिगत विवरण जैसे फोन नंबर, नाम, नंबर, ईमेल आईडी आदि दर्ज करके रजिस्टर करें.
- अपने मोबाइल फोन पर भेजे गए ओटीपी को दर्ज करके पंजीकरण पूरा करें.
- जैसे ही नया डैशबोर्ड दिखाई दे, अपने दौरे का विवरण टाइफ करें, जैसे कि यात्रा की तारीखें, पर्यटकों की संख्या, दौरे का नाम, दौरे का प्रकार इत्यादि.
- एक बार आपका पंजीकरण पूरा हो जाने पर आपके मोबाइल फोन पर एक पंजीकरण नंबर भेजा जाएगा. इसके बाद आप चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण पत्र डाउनलोड कर सकेंगे.
वेबसाइट के अलावा, पंजीकरण मोबाइल एप्लिकेशन - 'टूरिस्ट केयर उत्तराखंड' के माध्यम से भी कर सकते हैं, जो एंड्रॉइड और आईओएस दोनों पर उपलब्ध है. इसके अलावा व्हाट्सएप पंजीकरण भी उपलब्ध है, आपको पंजीकरण प्रक्रिया शुरू करने के लिए +91 8394833833 पर बस 'यात्रा' संदेश भेजना होगा.
मुख्य सचिव ने निर्माण कार्यों का लिया जायजा
10 मई से चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले शासन और पर्यटन विभाग के साथ स्वास्थ्य विभाग और पीडब्ल्यूडी ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है. इस संबंध में सोमवार को उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी केदारनाथ धाम पहुंची. उन्होंने पुनर्निर्माण और विकास कार्यों का जायजा लेते हुए समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने आस्था पथ, गेस्ट हाउस, मंदाकिनी- सरस्वती घाट, म्यूजियम, केदारनाथ मंदिर परिसर, शिव उद्यान, हॉस्पिटल सहित अन्य निर्माणाधीन कामों का जायजा लेते हुए तय डेडलाइन से पहले सभी काम पूरे करने के निर्देश दिए.
कार्य तेजी से पूरा करने के दिए निर्देश
मुख्य सचिव ने वर्तमान में चल रहे पुनर्निर्माण और विकास के कामों की जानकारी ली. केदारनाथ मंदिर परिसर के सामने बन रहे भवनों का निरीक्षण करते हुए उन्होंने संबंधित एजेंसियों और जिलाधिकारी से भवनों का उद्देश्य पूछा. वहीं, सभी एजेंसियों को कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए. उन्होंने भवनों के निर्माण में आ रही समस्याओं की जानकारी भी ली. जिलाधिकारी को अधिक संसाधनों का प्रयोग करते हुए निर्माण कार्यों में तेजी लाते हुए गोल चबूतरे से मंदिर परिसर तक कॉरिडोर का कार्य तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए. इसके बाद उन्होंने रेन शेल्टर, मंदाकिनी एवं सरस्वती नदियों के घाट पर चल रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए पूरे क्षेत्र में क्या व्यवस्थाएं और सुविधा दी जाएगी, उसकी जानकारी ली.
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गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखने के निर्देश
उन्होंने सभी अधिकारियों और संबंधित एजेंसियों को निर्माण कार्यों में इस्तेमाल हो रही सामग्री की जानकारी लेते हुए गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखने के निर्देश भी दिए. उन्होंने समस्त अधिकारियों, कर्मचारी और निर्माण एजेंसियों के कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि सभी के साझा समन्वय से कठिन परिस्थितियों के बीच बेहतरीन कार्य हो रहा है, इसे आगे भी जारी रखते हुए समय पर सभी कार्य पूरे किए जाएं. उन्होंने निर्माण कार्यों में जुटे मजदूरों और कर्मचारियों से बातचीत करते हुए उनका हालचाल जाना और उनका विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए. इसके अलावा श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ध्यान रखने और यात्रा सुगम-व्यवस्थित बनाने के लिए हर संभव प्रयास करने को कहा.
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