Shocking News: साल 2023 में हुई अधिकांश मौतों की सामने आई वजह? स्टडी रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा!

Study Report On Death: ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज अध्ययन पर आधारित रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि दुनिया भर में सीवीडी (दिल और रक्त धमनियों से संबंधित तंत्र) से होने वाली मौतों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है. 1990 में ये संख्या जहां 13.1 मिलियन थी, 2023 में बढ़कर 19.2 मिलियन हो गई.

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cause of most deaths in year 2023 revealed in Global Burden of Disease based study report

Cardiovascular disease: साल 2023 में दुनिया भर में हुई तीन में से एक मौतों को लेकर हुए एक अध्ययन में बड़ा खुलासा हुआ है. ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज (जीबीडी) अध्ययन पर आधारित जेएसीसी में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2023 में हुई ज्यादातर मौतों की वजह कार्डियोवैस्कुलर डिजीज (सीवीडी) था.

 ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज अध्ययन पर आधारित रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि दुनिया भर में सीवीडी (दिल और रक्त धमनियों से संबंधित तंत्र) से होने वाली मौतों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है. 1990 में ये संख्या जहां 13.1 मिलियन थी, 2023 में बढ़कर 19.2 मिलियन हो गई.

साल 2023 में इस्केमिक हृदय रोग से अनुमानित 240 मिलियन लोग हुए प्रभावित

रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2023 में इस्केमिक हृदय रोग से अनुमानित 240 मिलियन लोग प्रभावित हुए, जबकि निचले अंगों की परिधीय धमनी (लोअर एक्सट्रिमिटी पेरिफिरल आर्टियल डिजीज) रोग से 122 मिलियन लोग प्रभावित हुए. वहीं, स्ट्रोक मृत्यु और विकलांगता का एक प्रमुख कारण बना हुआ है.

पुरुषों में हृदय रोग से होने वाली मृत्यु दर महिलाओं की तुलना में अधिक थी

स्टडी रिपोर्ट कहती है कि अधिकांश क्षेत्रों में पुरुषों में हृदय रोग से होने वाली मृत्यु दर महिलाओं की तुलना में अधिक थी, और 50 वर्ष की आयु के बाद जोखिम में तेजी से वृद्धि हुई. साल 2018 और 2023 के बीच 'हाई बॉडी मास इंडेक्स' और 'हाई फास्टिंग प्लाज्मा ग्लूकोज' सबसे तेजी से बढ़ने वाले चयापचय कारक थे.

प्रोफेसर ग्रेगरी ए. रोथ ने कहा कि उनका विश्लेषण हृदय रोग के बोझ में व्यापक भौगोलिक अंतर दर्शाता है, जिसे केवल आय स्तर से नहीं समझाया जा सकता. भिन्नता को देखते हुए उनका कहना है कि स्थानीय स्तर (एक निश्चित आबादी) पर कुछ स्वास्थ्य संबंधी नीतियों पर काम करना जरूरी है.

स्टडी विश्लेषण हृदय रोग के बोझ में व्यापक भौगोलिक अंतर को दर्शाता है 

वाशिंगटन विश्वविद्यालय के कार्डियोलॉजी विभाग में प्रोफेसर ग्रेगरी ए. रोथ ने कहा कि हमारा विश्लेषण हृदय रोग के बोझ में व्यापक भौगोलिक अंतर दर्शाता है जिसे केवल आय स्तर से नहीं समझाया जा सकता. इस प्रकार की भिन्नता को देखते हुए, हमारा मानना है कि स्थानीय स्तर (एक निश्चित आबादी) पर कुछ स्वास्थ्य संबंधी नीतियों पर काम करना जरूरी है.

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स्टडी में हॉर्ट समेत 376 रोगों से पड़ने वाले बोझ का अनुमान लगाया गया

गौरतलब है शोधकर्ताओं ने सभी उपलब्ध आंकड़ों और सांख्यिकीय मॉडलों का उपयोग करके 204 देशों में 1990 से 2023 तक हृदय रोग सहित 376 बीमारियों के कारण पड़ने वाले बोझ का अनुमान लगाया. हृदय रोग विकलांगता-समायोजित जीवन वर्ष (डीएएलवाई) और वैश्विक स्तर पर जीबीडी में अनुमानित मृत्यु का प्रमुख कारण भी बना रहा.

महत्वपूर्ण बात यह है कि 2023 में वैश्विक स्तर पर सभी सीवीडी डेलीज का कारण 79.6 फीसदी परिवर्तनीय जोखिम कारक थे, जो 1990 से वैश्विक स्तर पर 97.4 मिलियन तक बढ़ गए हैं, जिसका मुख्य कारण जनसंख्या वृद्धि और वृद्धावस्था है.

विश्लेषण में कहा गया कि साल 2023 में 437 मिलियन हृदय रोग डीएएलवाई थे

साल 2023 में 437 मिलियन हृदय रोग डीएएलवाई थे, जिसमें सबसे कम और सबसे अधिक हृदय रोग डीएएलवाई दर वाले देशों के बीच 16 गुना अंतर था. यह 1990 के 320 मिलियन सीवीडी डेलीज से 1.4 गुना वृद्धि है. DALYs दर यह बताता है कि किसी आबादी को हृदय रोगों के कारण कितना स्वास्थ्य वर्ष गंवाना पड़ा

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)