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बीजेपी में असंतोष : चंबल में भाजपा ने पांच टिकट घोषित किये, तीन पर मचा घमासान

बीजेपी के एक प्रदेश महामंत्री के बेटे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर अपना दर्द बयां किया हालांकि बाद में पोस्ट हटा ली वहीं गुना जिले की चाचौड़ा सीट से विधायक रह चुकी और इस बार भी प्रबल दावेदार महिला नेत्री बगावत के मूड में हैं.

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बीजेपी के बड़े रणनीतिकार और देश के गृहमंत्री अमित शाह द्वारा ग्वालियर आकर अपने नेताओं के बीच दिए गए भावनात्मक भाषण और नसीहत का फिलहाल कोई असर नजर नही आ रहा है.  मध्यप्रदेश विधानसभा चुनावो के लिए बीजेपी ने अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी करके भले ही चुनावी अभियान में बढ़त लेने का दावा किया हो  लेकिन टिकट वितरण के बाद पार्टी में उपजे असंतोष ने अब पार्टी की चिंताएं भी बढ़ा दीं है. बीजेपी के एक प्रदेश महामंत्री के बेटे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर अपना दर्द बयां किया हालांकि बाद में पोस्ट हटा ली वहीं गुना जिले की चाचौड़ा सीट से विधायक रह चुकी और इस बार भी प्रबल दावेदार महिला नेत्री बगावत के मूड में हैं. पार्टी इस असंतोष को साधने में लगी है. चुनाव प्रबंध समिति के अध्यक्ष और केंद्रीय कृषिमंत्री नरेंद्र तोमर लगातार लोगो से बात कर उन्हें समझाने में लगे है.

चार टिकट किये घोषित

एमपी में नवम्बर में विधानसभा चुनाव होना है लेकिन बीजेपी ने प्रदेश में हारी हुई 39 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर हलचल मचा दी थी. इसे कांग्रेस के मुकाबले बीजेपी का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा था. लेकिन अब इस सूची में शामिल नेताओं के खिलाफ अन्य दावेदारों के असंतोष के स्वर भी उभरने लगे हैं. 39 की सूची में ग्वालियर चम्बल संभाग की भी चार सीट के प्रत्याशी घोषित किये गए हैं. इनमें गोहद से बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य, मुरैना जिले की सुमावली सीट से कांग्रेस की सरकार गिराकर आए एदल सिंह कंसाना और सबलगढ़ सीट से 2018 में चुनाव हार चुकीं सरला रावत पर फिर से दांव लगाया गया है. अशोकनगर जिले की चंदेरी सीट से भी पार्टी ने अपने पुराने प्रत्याशी रघुवंशी को ही मैदान में उतारा लेकिन गुना जिले की हॉट सीट चाचौड़ा से अपनी दिग्गज नेता ममता मीणा का टिकट काटकर एक आईआरएस की पत्नी को टिकट दे दिया है.

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बीजेपी महामंत्री के बेटे की पोस्ट से हड़कम्प

सूची घोषित होते ही पार्टी में घमासान भी शुरू हो गया. सबसे पहले विरोध का स्वर उठा बीजेपी के पुराने नेता और पूर्व विधायक रणवीर रावत के परिवार से . मूलतः शिवपुरी जिले की करेरा के रहने वाले रणवीर वही से एमएलए भी रह चुके हैं. वे पार्टी के पुराने नेता है, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के नजदीकी है और अभी पार्टी के प्रमुख पद प्रदेश महामंत्री के पद पर कार्यरत हैं . उनका निर्वाचन क्षेत्र करैरा परिसीमन में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हो गया था. बताया जाता है जब 2018 में सबलगढ़ सीट से सरला रावत चुनाव हार गईं तो पार्टी ने रावत जाति की बहुल वाली इस सीट पर रणवीर से तैयारी करने को कहा था . पांच साल से वे वहां सक्रिय रहकर अपनी गोटियां बिठा रहे थे लेकिन पार्टी ने एक बार फिर सरला रावत को ही उम्मीदवार घोषित कर उनको तगड़ा झटका दे दिया. उन्होंने इसको लेकर अपनी अप्रसन्नता नेताओं तक पहुंचाई लेकिन तभी उनके बेटे आदित्य ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर हड़कम्प मचा दिया . पोस्ट में आदित्य ने लिखा - पहले 2018 फिर राज्यसभा चुनाव और अब फिर नजरअंदाज . इस पोस्ट ने बीजेपी में ऊपर से नीचे तक भूचाल ला दिया. पार्टी ने नरेंद्र तोमर से रणवीर से बात करने और पोस्ट हटवाने को कहा गया. उनके कहने पर आदित्य ने पोस्ट डिलीट भी कर दी . 

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तोमर से मिले रणवीर

इस घटनाक्रम के बाद नरेंद्र तोमर ने रणवीर जाटव को ग्वालियर बुलाया और अपने बंगले पर आधा घण्टे तक बन्द कमरे में बातचीत की . माना जा रहा है कि उन्हें समझाने की कोशिश की गई . वे बाहर निकले तो उनके चेहरे पर गुस्सा और विषाद साफ दिख रहा था लेकिन उन्होंने कहा कि कहीं कोई नाराजी नही है.  बेटे ने भी पोस्ट हटा दी है. हम सब कमल के फूल के लिए काम करते है और सब पार्टी और सरला रावत को जिताने के लिए काम करेंगे. 

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ममता मीणा बोली - पैराशूट से उतारा कैंडिडेट

उधर प्रदेश की हॉटशीट गुना जिले की चाचौड़ा सीट पर तो दावेदार खुलकर बगावत पर उतर आई. अभी इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा है और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह एमएलए हैं. यहां से सबसे बड़ी दावेदार ममता मीणा थी . वे यहां से विधायक रह चुकीं हैं लेकिन 2018 में चुनाव हार गई थी . इसके बाद उन्होंने जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा और जीतीं. लेकिन बीजेपी ने यहां से एक आईआरएस की पत्नी को टिकट दे दिया. बीजेपी ने जिन सोनिया रावत को टिकट दिया वे जिला पंचायत का चुनाव हार चुकी है और दो माह पहले ही बीजेपी में शामिल हुईं हैं. अब उन्हें बीजेपी का टिकट देने से ममता बहुत गुस्से में हैं. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं की रायशुमारी नहीं हुई,मंडल अध्यक्षो से भी नही पूछा गया . जो खुद और उनका देवर जिला पंचायत का चुनाव हार चुके अब ऊपर से उनका टिकट हो गया . ऐसा नही चलेगा. आगे जो कार्यकर्ता कहेंगे वह करूंगी. 

लाल सिंह का विरोध

अंचल में जो टिकट बीजेपी ने घोषित किये हैं उनमें भिण्ड जिले की गोहद सीट भी है जो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. इस सीट से 2018 में कांग्रेस के रणवीर जाटव जीते थे लेकिन जब ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में कांग्रेस में विद्रोह हुआ तो उनके साथ काँग्रेज छोड़ने वालों में जाटव भी थे. उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दिया और बीजेपी के टिकट पर उप चुनाव लड़ा लेकिन हार गए . हालांकि तब सरकार ने तत्काल उन्हें हस्त शिल्प विकास निगम का चेयरमैन बनाकर केबिनेट मंत्री का दर्जा दे दिया लेकिन हाल ही में घोषित सूची में उनका नाम नही था . उनका टिकट काटकर बीजेपी ने 2018 में हारे और वर्तमान में बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य को उम्मीदवार बना दिया. इस बदलाव को सिंधिया के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. लेकिन गोहद में रणवीर जाटव के समर्थकों द्वारा इसके खिलाफ आवाजें उठ रही है . मौ कस्बे में तो कुशवाह समाज ने बाकायदा एक शपथ ग्रहण समारोह आयोजित कर लाल सिंह को वोट न देने की शपथ ली . 

नरेंद्र तोमर बोले पूरी पार्टी चुनाव जिताने में लगी है 

रणवीर रावत से मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री और चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने टिकट वितरण में असंतोष पर कहा कि  केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का बयान भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता आधारित राजनीतिक दल है,प्रक्रिया के अनुसार चलता है. भारतीय जनता पार्टी चुनाव की तैयारियों में लगी है. प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो गई है और विधानसभा के सम्मेलन पूरे प्रदेश में 200 से अधिक संपन्न हो गए हैं.  भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता पूरी दम से चुनाव को लेकर मेहनत करेंगे और कांग्रेस को परास्त करके भाजपा की बहुमत से सरकार बनाने में सफल होंगे. रणवीर रावत के बेटे के सोशल मीडिया पर पोस्ट पर बोले की यह हमारे घर की बात है हम निपट लेंगे.

कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं

कांग्रेस के आरोप पत्र को जारी करने पर नरेंद्र सिंह तोमर का कहना था कि कांग्रेस के पास न तो कोई चार्ज सीट है ना ही कोई मुद्दा है.  बिना बुनियाद के कांग्रेस प्रचार करके चुनाव लड़ रही है भारतीय जनता पार्टी केंद्र में भी सरकार में है राज्य में भी सरकार में जन कल्याण और विकास के लिए अद्भुत काम गरीब कल्याण के लिए कर रही है हम भी अपना रिपोर्ट कार्ड जारी करेंगे.

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