Satish Kaushik: घर चलाने के लिए करना पड़ा था सफाई का काम, कौशिक ने ऐसे तय किया दिल्ली से मुंबई का सफर

Satish Kaushik Birth Anniversary: एक साधारण परिवार से आने वाले सतीश कौशिक ने बॉलीवुड में एंट्री के लिए काफी संघर्ष किया.

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9 मार्च, 2023 को सतीश कौशिक दुनिया को अलविदा कह गए.

बॉलीवुड अभिनेता और फिल्म मेकर सतीश कौशिक (Satish Kaushik) आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन चाहने वालों के दिलों में आज भी वो जिंदा है. कौशिक 44 साल पहले 10 अगस्त,1979 को मुंबई आए थे. सतीश कौशिक के लिए ये दिन काफी खास था, क्योंकि इसी दिन बॉलीवुड में पैर जमाने के लिए उन्होंने पहली बार मुंबई में कदम रखा था. कौशिक ने अपनी इस खास सफर की कुछ तस्वीरें भी एक्स पर साझा किया था. आज यानी 13 अप्रैल को अभिनेता का बर्थ एनिवर्सरी है. ऐसे में जानते हैं उनसे जुड़ी कुछ दिलचस्प कहानी. 

सतीश कौशिक का जन्म 13 अप्रैल, 1956 में हरियाणा (Haryana) के महेंद्रगढ़ (Mahendragarh) में हुआ था. उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (National School Of Drama) और फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Film and Television Institute of India - FTII) से पढ़ाई की. वहीं पढ़ाई पूरी होने के बाद साल 1981 में उन्होंने पहली फिल्म चक्र (Chakra) से अपनी एक्टिंग करियर की शुरुआत की, लेकिन उन्हें 1987 में आई फिल्म मिस्टर इंडिया (Mr. India) के कैलेंडर वाले रोल से पहचान मिली.

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जब सतीश कौशिक मुंबई में एक्टर बनने के लिए कदम रखा था, लेकिन उन्हें काम नहीं मिला. जिसके बाद कौशिक ने पेट पालने के लिए एक कंपनी में नौकरी की. सतीश 1 साल तक कपंनी में दीवार पर लटके यार्न को लकड़ी से साफ करने का काम किया. फिर वो असिस्टेंट डायरेक्शन का काम किया और तीन प्रोजेक्ट बाद डायरेक्शन का ऑफर मिला.

बड़े बजट की फिल्म डायरेक्ट की, लेकिन फ्लॉप हुए

सतीश कौशिक को बॉलीवुड में बतौर डायरेक्टर सबसे बड़ा ब्रेक मिला फिल्म रूप की रानी चोरों का राजा (Roop Ki Rani Choron Ka Raja) से. दरअसल, इस फिल्म को सतीश कौशिक ने डायरेक्ट किया था, जबकि फिल्म के प्रोड्यूसर बोनी कपूर (Boney Kapoor) थे. वहीं इस में अनिल कपूर (Anil Kapoor) और श्रीदेवी (Sridevi) ने अहम किरदार निभाया था. ये फिल्म काफी महंगी थी, लेकिन करोड़ों की बजट के बावजूद यह फिल्म फ्लॉप हो गई थी. इसके बाद लंबा अरसा गुजरा सतीश कौशिक को पहचान बनाने में. हालांकि उन्होंने कभी हार नहीं मानी और कोशिश में लगे रहे. फिल्म तेरे नाम (Tere Naam) ने सतीश कौशिक को असली पहचान दिलाई. 

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सतीश कौशिक ने फिल्मी करियर के लिए संघर्ष तो खूब किया. यहां भी कई बार फ्लॉप फिल्में दी तो काम बमुश्किल आगे बढ़ा. तेरे नाम से उन्होंने खुद को साबित किया.

सब को हंसाने वाले सतीश कौशिक की जिंदगी दुखों से भरा रहा

फिल्म में कॉमेडी कर लोगों को हंसाने वाले सतीश कौशिक की असल जिंदगी में उन्हें कई बार ऐसे दुखों का सामना करना पड़ा. सतीश अपने बेटे शानू की मौत ने काफी टूट चुके थे. उनका बेटा केवल दो साल का था जब उसकी मौत हुई. इसके बाद अगली संतान के लिए उन्हें डेढ़ दशक से ज्यादा का इंतजार करना पड़ा था. तब उन्हें प्यारी सी बिटिया हुई.

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जब सतीश कौशिक को हालात से नहीं हरा सकी तो उनकी दिल की धड़कने ही छीन लीं. जिसके बाद सतीश कौशिक 9 मार्च, 2023 को दुनिया को अलविदा कह गए.

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